जयपुर. भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने गुरुवार को विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर बोलते हुए कहा, कि इस सरकार की बुनियाद महत्वाकांक्षाओं के आधार पर हुई थी. 2 लोगों की महत्वाकांक्षाओं के साथ इस सरकार का गठन हुआ. उन्होंने कहा, कि आज यह सरकार दो फाड़ों में दिखाई देती है.
इस दौरान सतीश पूनिया ने शेर कहकर मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के रिश्तों पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि 'फासले इस कदर हैं आजकल रिश्तों में, जैसे कोई घर खरीदा हो किस्तों में'. पूनिया ने कहा, कि यह सरकार लगभग इसी तरीके से चल रही है, जैसे किस्तों में चल रही है. ऐसी ख्वाहिशें दिखाई इस अभिभाषण के माध्यम से, कि 'छू लेता मैं भी उचक कर चांद को, खुदा ने ख्वाहिशें तो दी हैं, मगर हाथ छोटे रखे हैं. सरकार का दिल भी छोटा, हाथ भी छोटे और कर्म भी छोटे. सरकार का हर अंदाज अच्छा है, सिवाय नजरअंदाज के.
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अभिभाषण पर बोलते हुए उन्होंने सरकार पर किसान कर्जमाफी पर झूठ बोलने के आरोप तो लगाए ही, साथ ही उन किसानों के नाम भी गिनवाए, जिन्होंने आत्महत्या की. पूनिया ने स्पीकर सीपी जोशी के उदयपुर में मीरा गर्ल्स कॉलेज में दिए गए बयान को आधार बनाते हुए कहा, कि राज्य सरकारों को नागरिकता संशोधन कानून जो केंद्र की ओर से पारित कानून है, उसको लागू करने की संवैधानिक बाध्यता है. इस सरकार ने इस कानून पर लोगों को गुमराह करने का काम किया है. इस पर कांग्रेस के विधायक हंगामा करने लगे और बोले, कि उन्होंने तो पुर्नविचार की बात कही है.