जयपुर. ध्रुवीकरण और देश में हिंसा के माहौल को लेकर आए मुख्यमंत्री अशोक (CM Ashok Gehlot statement) गहलोत के बयान पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया ने पलटवार किया (Satish Poonia targeted CM Ashok Gehlot) है. पूनिया ने एक बयान जारी कर मुख्यमंत्री के आरोपों को झूठा करार दिया और कहा कि प्रदेश की सरकार अपनी कमजोरी से गिर रही है. यदि मुख्यमंत्री कानून व्यवस्था संभालने में नाकाम हैं तो बेहतर होगा की वो कुर्सी छोड़ दें.
पूनिया ने कहा कि कानून व्यवस्था संभालने में विफल सीएम अपनी विफलताओं का ठीकरा केन्द्र पर डालते हैं. जो हास्यास्पद है. वो यह स्वीकार करने को क्यों तैयार नहीं है कि उनकी सरकार के संरक्षण में हिंसा और दंगे हो रहे हैं?. पूनिया ने कहा कि राजस्थान में अंतिम सांसें गिन रही (Satish Poonia accuses Gehlot government ) कांग्रेस को बचाने और लचर शासन के कारण उत्पन्न जनाक्रोश ने सीएम गहलोत की नींद हराम कर दी है. पूनिया ने कहा कि झूठी सहानुभूति बटोरने की कोशिश वाले इन बयानों से गहलोत को कुछ हासिल नहीं होगा. प्रदेश की जनता आपकी और कांग्रेस की हक़ीक़त को जान चुकी है.
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सतीश पूनिया ने अपने बयान में कहा कि कांग्रेस की सरकार व उनके विधायक 42 दिन बाड़े में इसलिए बंद रहे क्योंकि आप सच को स्वीकार नहीं करना चाह रहे और न ही नए नेतृत्व को उभरने देना चाह रहे. जिसकी सबसे बडी वजह कांग्रेस का परिवारवाद है. पूनिया बोले भाजपा के केंद्रीय नेताओं पर सरकार गिराने के झूठे आरोप लगाना गहलोत की नैतिक पराजय है. आप से नहीं हो पा रहा है तो बेहतर होगा कि आप कुर्सी छोड़ दें. पूनियां ने कहा कि अशोक गहलोत बताएं कि भारत का विभाजन, कश्मीर, सिख नरसंहार इन सबका दोषी (Satish Poonia accuses Gehlot government) क्या कांग्रेस नहीं है?. अपनी सरकार की नाकामियों से ध्यान भटकाने के लिए मुख्यमंत्री बार-बार केंद्र सरकार पर झूठे आरोप लगाते हैं. मुख्यमंत्री यह क्यों नहीं कहते कि प्रदेश की कानून व्यवस्था उनसे नहीं संभल रही.
पूनिया ने कहा कि सीएम गहलोत जिस चिरंजीवी स्वास्थ्य योजना का बडा गुणगान करते हैं, उसके हालात यह हैं कि आमजन को दवाइयां बाहर से खरीदकर लानी पड़ रही हैं. यह बात लोगों ने स्वयं मुख्यमंत्री से सवाई मानसिंह अस्पताल में कही कि सभी दवाइयां बाहर से लानी पड़ रही हैं.