जयपुर. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के अनुसार गहलोत सरकार ने टोल वापसी वापस इंपोज कर प्रदेश की जनता को दीपावली का तोहफा दिया है. उनके अनुसार पेट्रोल, डीजल पर वैट बढ़ाने के बाद यह फैसला दूसरा बड़ा असंगत फैसला है. पूनिया के अनुसार 300 करोड़ रुपए के सालाना राजस्व जनता की डिमांड से ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं हो सकता.
पूनिया ने प्रदेश सरकार के इस फैसले को लेकर आए कांग्रेस नेताओं के बयानों की भी निंदा की और कहा कि भाजपा इस तरह का निर्णय को जनविरोधी मानती है. वहीं कांग्रेस इसे जन हितैषी मानते हुए जनता पर थोप देती है. वहीं भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री कालीचरण सराफ ने भी प्रदेश सरकार के इस फैसले का विरोध करते हुए कहा कि यदि सरकार ने पिछली वसुंधरा राज्य सरकार के कार्यकाल में लिए गए फैसले को वापस लागू नहीं किया तो भाजपा प्रदेश की जनता को साथ में लेकर सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरेगी.
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गौरतलब है कि वसुंधरा राजे सरकार ने अप्रैल 2018 में प्रदेश के स्टेट हाईवे पर निजी वाहनों काटोल समाप्त कर दिया था, जिससे करीब 300 करोड़ रुपए का आर्थिक भार सरकार के खजाने पर पढ़ा था. अब मौजूदा प्रदेश सरकार ने कैबिनेट सरकुलेशन के जरिए पिछली सरकार के इस फैसले को पलट दिया है. हालांकि इसका नोटिफिकेशन जारी होना बाकी है.