जयपुर. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों एवं मूल्यों के प्रसार के लिए इस साल सितंबर में सर्वोदय विचार परीक्षा का आयोजन होगा. इस परीक्षा में अधिकतम छात्र-छात्राओं को जोड़ने का प्रयास किया जाएगा. परीक्षा की तैयारियों को लेकर आज संस्कृत शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष गर्ग ने बैठक ली है.
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सुभाष गर्ग ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के विचारों एवं मूल्यों के प्रसार के लिए सर्वोदय विचार परीक्षा में अधिकतम छात्र-छात्राओं को जोड़ने का प्रयास किया जाएगा. इसके लिए कला एवं संस्कृति विभाग तथा सूचना एवं जनसंपर्क विभाग मिलकर प्रचार-प्रसार का कार्य करेंगे. परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को स्कूटी, द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले को लैपटॉप, तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले को साईकिल दिया जाना प्रस्तावित है.
शिक्षा राज्य मंत्री ने बताया कि सभी प्रतिभागी बच्चों को प्रमाण पत्र और गांधीजी के जीवन से जुड़ी पुस्तकें प्रदान की जाएगी. परीक्षा का आयोजन सितम्बर 2021 में करवाया जाना प्रस्तावित है. सर्वोदय विचार परीक्षा के आयोजन के संबंध में विचार विमर्श करने के लिए सुभाष गर्ग की अध्यक्षता में मंगलवार को शासन सचिवालय के समिति कक्ष में बैठक हुई. परीक्षा का आयोजन करने के लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग को नोडल एजेन्सी बनाया गया तथा परीक्षा के आयोजन की रूपरेखा पर विचार किया गया.
राज्य के सभी जिलों में कक्षा 9 से 12 तक के छात्र-छात्राओं के लिए परीक्षा का आयोजन किया जाएगा. इसके अतिरिक्त वरीयता क्रम में प्रथम 50 छात्र-छात्राओं को मोबाइल देने के प्रस्ताव पर भी चर्चा की गई. अगली बैठक 19 अप्रैल को आयोजित की जाएगी. बैठक में प्रमुख शासन सचिव, शिक्षा विभाग अपर्णा अरोड़ा, शासन सचिव कला एवं संस्कृति विभाग, मुग्धा सिन्हा, आयुक्त कॉलेज शिक्षा विभाग संदेश नायक, गांधीवादी विचारक जीएस बाफना, धर्मवीर कटेवा और मनीष कुमार शर्मा ने सुझाव दिए.