जयपुर. साल 2018 में निगम प्रशासन ने सफाई कर्मचारियों की भर्ती की थी. जिनका प्रोबेशन पीरियड खत्म हो चुका है, लेकिन अब तक उन्हें स्थाई नहीं किया गया. यही नहीं मृतक आश्रितों की भी एक लंबी फेहरिस्त है. जिनकी अनुकंपा नियुक्ति नहीं हुई है. ऐसे में सफाई कर्मचारियों में भारी आक्रोश है.
संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ के अध्यक्ष नंदकिशोर डंडोरिया ने बताया कि कई वर्षों से मृतक आश्रितों से संबंधित पत्रावलियों का अब तक निस्तारण नहीं किया गया है और कर्मचारियों को स्थाई करने की भी कई बार मांग उठाई जा चुकी है, लेकिन प्रशासन सफाई कर्मचारियों की जायज मांगों पर भी ध्यान नहीं दे रहा. और तो और नए पार्षद सफाई कर्मचारियों से अमर्यादित भाषा का भी प्रयोग कर रहे हैं.
इस संबंध में प्रशासन को भी अवगत कराया जा चुका है. इसके अलावा सेवानिवृत्त कर्मचारियों के ग्रेजुएटी पीएल, पीएफ का भुगतान भी समय पर नहीं किया जा रहा. कई कर्मचारी तो ऐसे हैं, जिनकी मृत्यु के बाद भी भुगतान नहीं किया गया. ऐसे में अब प्रशासन से आर-पार की लड़ाई लड़ने की नौबत आ गई हैं. उन्होंने चेतावनी दी कि सफाई कर्मचारियों की इन मांगों पर 7 दिन में उचित कार्रवाई नहीं की जाती है, तो सफाई कर्मचारी संगठन आंदोलन की ओर अग्रसर होगा. जिसकी सारी जिम्मेदारी निगम प्रशासन की होगी.
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बता दें कि हाल ही में इस संबंध में कर्मचारियों ने हेरिटेज नगर निगम मुख्यालय पर भी विरोध दर्ज कराया था. अब मंगलवार को ग्रेटर नगर निगम प्रशासन के सामने भी मांगों को रखा जाएगा.