जयपुर. कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों के खतरे को देखते हुए राज्य बाल संरक्षण आयोग ने बाल गृहों में कैम्प लगाकर बच्चों को शत प्रतिशत वैक्सीनेशन करेगा. इसके साथ ही जिन बच्चों के पहचान पत्र नही हैं, उनको भी चिन्हित कर वैक्सीनेट करने के लिए बाल संक्रमण आयोग की अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को पत्र (Sangeeta Beniwal letter to CM Gehlot) लिखा है. आयोग की अध्यक्ष ने बच्चों को शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन की प्राथमिकता पर जोर दिया.
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राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने बच्चों के टीकाकरण अभियान को लेकर आयोग सदस्यों के साथ बैठक की. बैठक में 15 से 18 वर्ष के बच्चों के टीकाकरण में सामने आ रही चुनौतियों को लेकर चर्चा की गई. बेनीवाल ने कहा कि आयोग के पास कई ऐसे मामले सामने आ रहे, जहां बच्चों के पास कोई पहचान पत्र नहीं है. ऐसी स्थिति में कोई भी बच्चा टीकाकरण से महरूम न रह जाए यह सुनिश्चित करना जरूरी है. इसे ध्यान में रखते हुए आयोग अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र (Sangeeta Beniwal letter to CM Gehlot) लिखा है.
इसके साथ ही आयोग अध्यक्ष ने बाल गृहों में रह रहे बच्चों के वैक्सीनेशन को लेकर भी चर्चा की. उन्होंने कहा कि बाल गृहों में रहने वाले 15 से 18 वर्ष के बच्चों का वैक्सीनेशन आयोग की प्राथमिकता में है. इसके लिए हर बाल गृह में कैम्प लगाकर बच्चों का शत प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित किया जाएगा.
बाल आयोग अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने कहा कि स्कूल, कोचिंग सेंटर आदि को जिम्मेदारी से बच्चों और उनके अभिभावकों को वैक्सीनेशन को लेकर जागरूक करना चाहिए. साथ ही उन्होंने प्रदेशवासियों से बच्चों को टीकाकरण का महत्व समझने और अपन बच्चों का टीकाकरण करवाने की अपील भी की.