जयपुर. राजस्थान में राज्यसभा चुनाव के बाद राजनीतिक नियुक्तियों पर सबकी नजर है. वहीं चर्चा है कि प्रदेश में अब संगठन में बदलाव हो सकता है. जिस पर राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि राजनीति में कब क्या होगा, किसी को मालूम नहीं है. चाहे सरकार हो या संगठन, इसमें बदलाव का निर्णय अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) लेती है और लेती रहेगी.
राजस्थान में राज्यसभा चुनाव संपन्न हो चुके हैं. अब चर्चाओं का बाजार गर्म है कि प्रदेश में अब संगठन में फेरबदल हो सकती है. इस तब्दीली के सवाल पर राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि राजनीति में कब क्या होगा, किसी को मालूम नहीं है. किसको क्या काम देना है, कब जिला अध्यक्ष बदलेगा और कब ब्लॉक अध्यक्ष बदलेगा, इसका निर्णय AICC लेती है. चाहे सरकार हो या संगठन, इसमें तब्दीली का निर्णय एआईसीसी का ही होता है.
उन्होंने कहा कि मुझे राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है, जो मैं निभा रहा हूं. जब मुझे जिम्मेदारी मिली तब कांग्रेस के 21 विधायक थे. तब से सरकार बनने तक कार्यकर्ताओं ने खून पसीना बहाया और उसी के चलते आज हम सरकार में हैं. इसका 24 घंटे सबको ध्यान रहना चाहिए.
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पायलट ने कहा कि अब हमारा काम प्रदेश की 7 करोड़ जनता की उम्मीदें पूरी होनी चाहिए, जो जनता की हमसे है. वहीं, पायलट ने कहा कि कार्यकर्ताओं के मान-सम्मान को रखना और उनको उचित सम्मान दिलवाना हमारा पहला कर्तव्य है. कांग्रेस कार्यकर्ता जिन्होंने कंधे से कंधा मिलाकर विपक्ष में रहते हुए घेराव किए, धरने दिए, भूख हड़ताल की, प्रदर्शन किए उनके मान-सम्मान की रक्षा करना मेरा पहला कर्तव्य है. मैं उनकी प्रतिष्ठा पर आंच नहीं आने दूंगा.
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पीसीसी चीफ ने आगे कहा कि मैं प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष हूं. सब कार्यकर्ताओं ने अपना खून-पसीना बहाकर इस पार्टी को सत्ता में लाने में अहम योगदान दिया है. चाहे नियुक्ति के माध्यम से हो या सरकार में भागीदारी के माध्यम से, सम्मान उन्हें मिलेगा.