जयपुर. राजस्थान की राजनीति में चल रहे सियासी घमासान के बीच पायलट खेमे ने बयान जारी किया है. विश्वेन्द्र सिंह, दीपेंद्र सिंह और रमेश मीणा की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि हम किसी पद के प्रलोभन में नहीं हैं, हम सम्मान की लड़ाई लड़ रहे हैं. विधायकों ने अपने बयान में कहा कि हमने इतने वर्षों तक पूरी निष्ठा के साथ में कांग्रेस के साथ काम किया, लेकिन वर्तमान में हमारे नेता सचिन पायलट और हमारा जिस तरीके का अपमान किया जा रहा है. उसकी वजह से हमें यह कदम उठाना पड़ा. राष्ट्रद्रोह जैसे अपराधिक मामलों में साजिश रचने का आरोप लगाया जा रहा है.
जारी बयान में यह भी कहा गया है कि हमने वर्षों तक पार्टी के प्रति समर्पण, भक्ति और सेवा के साथ काम किया. हम ऐसे समय में अपनी गरिमा और आत्मविश्वास की रक्षा के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं. जब हमारे नेताओं को राजद्रोह और आपराधिक साजिश के आरोपों के तहत नोटिस से धमकी दी जा रही है. जिस पार्टी के लिए हमने खून-पसीना बहाया है. सचिन पायलट के नेतृत्व में हमने पिछले 6 वर्षों में पार्टी को मजबूत करने और राजस्थान में सत्ता लाने के लिए हर संभव प्रयास किया.
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बयान में कहा गया है कि हमारे नेता सचिन पायलट का सार्वजनिक अपमान किया जा रहा है, जो हमारे लिए पूरी तरह अस्वीकार्य है. जिम्मेदार लोगों को जवाब देना जाना चाहिए. हम अपने स्वाभिमान को बहाल करना चाहते हैं और मीडिया की झूठी खबरों के विपरीत किसी भी पद और पदों के लिए संघर्ष नहीं कर रहे हैं.