जयपुर. रिटायर्ड जस्टिस जी के व्यास राजस्थान मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष बनाए गए हैं. वहीं पूर्व भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी महेश गोयल को आयोग सदस्य बनाया गया है. आयोग चेयरमैन के रूप में राज्यपाल कलराज मिश्र की ओर से उनकी नियुक्ति पर अब मुहर लग चुकी है.
नवंबर 2019 से खाली चल रहे राजस्थान राज्य मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष पद पर नियुक्ति पाने वाले जस्टिस गोपाल कृष्ण व्यास जोधपुर में राजस्थान हाई कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में 13 वर्ष तक अपनी सेवाएं दे चुके हैं. मतलब मुख्यमंत्री के गृह जिले जोधपुर से उनका पुराना नाता रहा है.
कौन है जस्टिस जीके व्यास, जानिए
साल 1981 में बीकानेर से अपनी वकालत शुरू करने वाले गोपाल कृष्ण व्यास साल 1985 में जोधपुर आ गए और वहां उन्होंने अपनी वकालत की. इस दौरान उन्होंने जरूरतमंद और गरीब लोगों की निशुल्क पैरवी भी की, जिसकी चर्चाए आम हैं. इसके बाद वे 13 जून 2005 को जज के पद पर नियुक्त हुए और लगभग 13 साल जज के रूप में अपनी सेवाएं देने के बाद वे रिटायर हुए. बीते 3 साल से वे जन सेवा के कार्यों में जुटे हैं और अब प्रदेश सरकार ने उन्हें राज्य मानव अधिकार आयोग का चेयरमैन बनाकर नई जिम्मेदारी दे दी है.
प्रकाशचंद्र टाटिया के बाद से खाली चल रहा है आयोग अध्यक्ष का पद
राजस्थान राज्य मानव अधिकार आयोग अध्यक्ष का पद नवंबर 2019 से खाली चल रहा है. हालांकि, तब रिटायर्ड जस्टिस महेश चंद शर्मा को बतौर कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई थी लेकिन अब जस्टिस गोपाल कृष्ण व्यास की नियुक्ति के बाद आयोग को स्थाई अध्यक्ष मिल पाया है.