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NO व्हीकल डेः साइकिल से ऑफिस पहुंचे मंत्री और अधिकारी, 'कार' से पहुंचे कर्मचारी

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Published : Feb 3, 2020, 6:18 PM IST

राजधानी में सोमवार को 'नो व्हीकल डे' पर परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और विभाग के अधिकारी साइकिल से या फिर पैदल ऑफिस पहुंचे. लेकिन विभाग के कर्मचारियों पर 'नो व्हीकल डे' के आदेशों का कोई असर नहीं हुआ, ज्यादातर कर्मचारी मोटर साइकिल और कारों से ऑफिस पहुंचे. पढ़िए विस्तृत खबर...

नो व्हीकल डे, Transport Minister Pratap Singh Khachariwas
नो व्हीकल डे

जयपुर. प्रदेश के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने पहल करते हुए महीने में एक दिन साइकिल से ऑफिस जाने और बाकी काम करने का निर्णय लिया है. दिसंबर महीने में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने इसे पूरे विभाग में लागू करते हुए महीने के पहले वर्किंग डे को नो व्हीकल डे के रूप में घोषित कर दिया है. इसके तहत वह खुद साइकिल ने अपने विभाग जा रहे हैं. साथ ही उन्होंने अपने तीनों विभागों में भी यह नियम अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए लागू कर दिया है.

नो व्हीकल डे

मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने अपने तीनों विभाग परिवहन, सैनिक कल्याण और रोडवेज के अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दिया है कि वह महीने के पहले वर्किंग डे, जिस दिन नो व्हीकल डे होगा उस दिन साइकिल, ई रिक्शा या फिर सार्वजनिक परिवहन के माध्यम से ऑफिस पहुंचे. हालांकि, मंत्री के आदेशों का असर विभाग के अधिकारियों पर दिखाई दिया, लेकिन विभागों के कर्मचारियों में इसका असर बहुत ही कम देखने को मिला. बता दें कि विभाग के अधिकारी मंत्री खाचरियावास की तरह या तो साइकिल से आए या फिर ज्यादातर अधिकारी पैदल ऑफिस पहुंचे. वहीं, विभाग के ज्यादातर कर्मचारी अपनी मोटरसाइकिला या फिर अपने कार से ऑफिस पहुंचे.

पढ़ें- Reality check: रोडवेज मुख्यालय में अधिकारियों तक ही सीमित रहा 'नो व्हीकल डे', कर्मचारी पहुंचे गाड़ियों से दफ्तर

इसे लेकर जब परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह निर्देश उनके तीनों विभागों के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए है. वह महीने के पहले वर्किंग डे में या तो पैदल ऑफिस आए या फिर किसी सार्वजनिक संसाधन से, लेकिन अपनी गाड़ी से ऑफिस नहीं आए. उन्होंने कहा कि अगर कोई कर्मचारी या अधिकारी ऐसा करता है तो वह उसके बारे में जांच करवाएंगे और उस पर कार्रवाई भी करेंगे.

मंत्री खाचरियावास ने कहा कि 'नो व्हीकल डे' कॉन्सेप्ट प्रदेश के सभी विभागों में लागू हो, इसके लिए वह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट से बात करेंगे. हालांकि, सोमवार को ईटीवी भारत ने जब परिवहन और रोडवेज विभाग का जायजा लिया तो इक्का-दुक्का अधिकारियों को छोड़कर सभी अधिकारी पैदल ही आते नजर आए. लेकिन कर्मचारियों पर इसका असर ना के बराबर रहा और वह अपने वाहन से ही ऑफिस आए.

कौन अधिकारी कैसे आए...

सोमवार को ईटीवी भारत ने रोडवेज विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों का 'नो व्हीकल डे' पर जायजा लिया, तो रोडवेज के कार्यवाहक प्रबंध निदेशक यूडी खान, फाइनेंसियल एडवाइजर वीणा गुप्ता, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर एडमिनिस्ट्रेशन एमपी मीणा, डिप्टी जीएम एडमिनिस्ट्रेशन ममता यादव पैदल अपने ऑफिस पहुंचे. लेकिन विभाग के ज्यादातर कर्मचारी सोमवार को 'नो व्हीकल डे' के दिन अपने स्वयं के वाहन या तो मोटरसाइकिल या फिर कार से ऑफिस पहुंचे.

पढ़ें- Reality check: आखिर जब परिवहन विभाग में ही 'No Vehicle Day' हुआ फ्लॉप, दूसरे की बात ही क्या करें

इसी तरीके से जब परिवहन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों का जायजा लिया गया तो एडिशनल कमिश्नर प्रशासन महेंद्र खींची साइकिल से, एडिशनल कमिश्नर हरसहाय मीणा पैदल, ज्वाइंट कमिश्नर विनोद कुमार और धर्मेंद्र चौधरी ई-रिक्शा से, डीटीओ नरेंद्र सिंह सोढा पैदल, डिप्टी डायरेक्टर ओमप्रकाश प्रजापत पैदल आए. लेकिन परिवहन विभाग में एफए पद पर तैनात अधिकारी महेंद्रग बुनकर अपनी निजी कार से ही ऑफिस पहुंचे. वहीं, परिवहन विभाग के कर्मचारी भी या तो अपने मोटरसाइकिल या फिर अपनी कार से ऑफिस आए.

जयपुर. प्रदेश के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने पहल करते हुए महीने में एक दिन साइकिल से ऑफिस जाने और बाकी काम करने का निर्णय लिया है. दिसंबर महीने में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने इसे पूरे विभाग में लागू करते हुए महीने के पहले वर्किंग डे को नो व्हीकल डे के रूप में घोषित कर दिया है. इसके तहत वह खुद साइकिल ने अपने विभाग जा रहे हैं. साथ ही उन्होंने अपने तीनों विभागों में भी यह नियम अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए लागू कर दिया है.

नो व्हीकल डे

मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने अपने तीनों विभाग परिवहन, सैनिक कल्याण और रोडवेज के अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दिया है कि वह महीने के पहले वर्किंग डे, जिस दिन नो व्हीकल डे होगा उस दिन साइकिल, ई रिक्शा या फिर सार्वजनिक परिवहन के माध्यम से ऑफिस पहुंचे. हालांकि, मंत्री के आदेशों का असर विभाग के अधिकारियों पर दिखाई दिया, लेकिन विभागों के कर्मचारियों में इसका असर बहुत ही कम देखने को मिला. बता दें कि विभाग के अधिकारी मंत्री खाचरियावास की तरह या तो साइकिल से आए या फिर ज्यादातर अधिकारी पैदल ऑफिस पहुंचे. वहीं, विभाग के ज्यादातर कर्मचारी अपनी मोटरसाइकिला या फिर अपने कार से ऑफिस पहुंचे.

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इसे लेकर जब परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह निर्देश उनके तीनों विभागों के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए है. वह महीने के पहले वर्किंग डे में या तो पैदल ऑफिस आए या फिर किसी सार्वजनिक संसाधन से, लेकिन अपनी गाड़ी से ऑफिस नहीं आए. उन्होंने कहा कि अगर कोई कर्मचारी या अधिकारी ऐसा करता है तो वह उसके बारे में जांच करवाएंगे और उस पर कार्रवाई भी करेंगे.

मंत्री खाचरियावास ने कहा कि 'नो व्हीकल डे' कॉन्सेप्ट प्रदेश के सभी विभागों में लागू हो, इसके लिए वह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट से बात करेंगे. हालांकि, सोमवार को ईटीवी भारत ने जब परिवहन और रोडवेज विभाग का जायजा लिया तो इक्का-दुक्का अधिकारियों को छोड़कर सभी अधिकारी पैदल ही आते नजर आए. लेकिन कर्मचारियों पर इसका असर ना के बराबर रहा और वह अपने वाहन से ही ऑफिस आए.

कौन अधिकारी कैसे आए...

सोमवार को ईटीवी भारत ने रोडवेज विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों का 'नो व्हीकल डे' पर जायजा लिया, तो रोडवेज के कार्यवाहक प्रबंध निदेशक यूडी खान, फाइनेंसियल एडवाइजर वीणा गुप्ता, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर एडमिनिस्ट्रेशन एमपी मीणा, डिप्टी जीएम एडमिनिस्ट्रेशन ममता यादव पैदल अपने ऑफिस पहुंचे. लेकिन विभाग के ज्यादातर कर्मचारी सोमवार को 'नो व्हीकल डे' के दिन अपने स्वयं के वाहन या तो मोटरसाइकिल या फिर कार से ऑफिस पहुंचे.

पढ़ें- Reality check: आखिर जब परिवहन विभाग में ही 'No Vehicle Day' हुआ फ्लॉप, दूसरे की बात ही क्या करें

इसी तरीके से जब परिवहन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों का जायजा लिया गया तो एडिशनल कमिश्नर प्रशासन महेंद्र खींची साइकिल से, एडिशनल कमिश्नर हरसहाय मीणा पैदल, ज्वाइंट कमिश्नर विनोद कुमार और धर्मेंद्र चौधरी ई-रिक्शा से, डीटीओ नरेंद्र सिंह सोढा पैदल, डिप्टी डायरेक्टर ओमप्रकाश प्रजापत पैदल आए. लेकिन परिवहन विभाग में एफए पद पर तैनात अधिकारी महेंद्रग बुनकर अपनी निजी कार से ही ऑफिस पहुंचे. वहीं, परिवहन विभाग के कर्मचारी भी या तो अपने मोटरसाइकिल या फिर अपनी कार से ऑफिस आए.

Intro:note _रोडवेज के अधिकारी कर्मचारियो के शार्ट ओर खबर रमेश ने तो परिवहन विभाग के शार्ट ओर खबर विशाल ने भेजी है

दूसरा नो व्हीकल डे परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और उनके परिवहन और रोडवेज विभाग के अधिकारी तो पहुंचे साइकिल से या पैदल लेकिन कर्मचारियों पर नो व्हीकल डे आदेशों का कोई असर नहीं ज्यादातर पहुंचे अपने स्वयं की मोटरसाइकिल और कारों से ऑफिस मंत्री बोले कर रहे हैं मुख्यमंत्री से बाकी विभागों में भी नो व्हीकल डे लागू करने की बात ऐसे में हमारे विभाग में अगर कोई नहीं मानेगा तो होगी कार्रवाई


Body:राजस्थान के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने पहल करते हुए पहले खुद महीने में एक बार साइकिल से एक दिन अपने ऑफिस जाने और बाकी काम करने का निर्णय लिया है। तो वहीं दिसंबर महीने से मंत्री प्रताप सिंह ने इसे पूरे विभाग में लागू करते हुए महीने के पहले वर्किंग डे को नो व्हीकल डे के रूप में घोषित कर दिया है। जिसके तहत वह खुद तो साइकिल से अपने विभाग में जा ही रहे हैं लेकिन इसके साथ ही उन्होंने अपने तीनों विभागों चाहे परिवहन हो सैनिक कल्याण हो या फिर रोडवेज विभाग को तीनों में ही यह नियम अधिकारी और कर्मचारियों के लिए भी लागू कर दिया कि वह महीने के पहले वर्किंग डे, जिस दिन नो व्हीकल डे होगा उस दिन साइकिल ई रिक्शा या फिर सार्वजनिक परिवहन के माध्यम से ऑफिस पहुंचे, ना कि खुद के वाहन से ।हालांकि मंत्री जी के आदेशों का असर अधिकारियों पर तो पड़ता दिखाई दिया और वह तो मंत्री ही की तरह या तो साइकिल पर आए या फिर ज्यादातर अधिकारी पैदल अपने ऑफिस पहुंचे। लेकिन इन आदेशों का असर मंत्री जी के विभागों के कर्मचारियों में कम ही देखने को मिला और विभाग की ज्यादातर कर्मचारी अपनी मोटरसाइकिल या फिर कार से ही ऑफिस पहुंचे ।इस बारे में जब परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास से पूछा गया तो उन्होंने साफ कहा कि यह निर्देश उनके तीनि विभागों के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए है कि वह महीने के पहले वर्किंग डे में या तो पैदल ऑफिस आए या फिर किसी सार्वजनिक संसाधन से ,लेकिन अपनी गाड़ी से ऑफिस नहीं आए। अगर कोई कर्मचारी अधिकारी ऐसा करता है तो वह उसके बारे में चेक करवाएंगे और उस पर कार्रवाई भी करेंगे ।मंत्री खाचरियावास ने कहा कि नो व्हीकल डे कांसेप्ट सभी विभागों में लागू हो इसके लिए वह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट से बात करेंगे। हालांकि आज ईटीवी भारत ने जब परिवहन और रोडवेज विभाग का जायजा लिया तो इक्का-दुक्का अधिकारियों को छोड़कर सभी अधिकारी पैदल ही आते नजर आए ।लेकिन कर्मचारियों पर इसका असर ना के बराबर रहा और वह अपने वाहन से ही ऑफिस आए।
कौन अधिकारी कैसे आया
आज ईटीवी भारत ने रोडवेज विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों का नो व्हीकल डे पर जायजा लिया तो रोडवेज के कार्यवाहक प्रबंध निदेशक यूडी खान, फाइनेंसियल एडवाइजर वीणा गुप्ता, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर एडमिनिस्ट्रेशन एमपी मीणा, डिप्टी जीएम एडमिनिस्ट्रेशन ममता यादव पैदल अपने ऑफिस पहुंचे। लेकिन विभाग के ज्यादातर कर्मचारी आज नो व्हीकल डे के दिन अपने स्वयं के वाहन या तो मोटरसाइकिल या फिर कार से ऑफिस पहुंचे
इसी तरीके से जब परिवहन विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों का जायजा लिया गया तो एडिशनल कमिश्नर प्रशासन महेंद्र खींची साइकिल से, एडिशनल कमिश्नर हरसहाय मीणा पैदल, ज्वाइंट कमिश्नर विनोद कुमार और धर्मेंद्र चौधरी ईरिक्शा से, डीटीओ नरेंद्र सिंह सोढा पैदल, डिप्टी डायरेक्टर ओमप्रकाश प्रजापत पैदल आये। लेकिन परिवहन विभाग में एफए पद पर तैनात अधिकारी महेंद्रग बुनकर अपनी निजी कार से ही ऑफिस पहुंचे वही परिवहन विभाग के कर्मचारी भी या तो अपने मोटरसाइकिल या फिर अपनी कार से ऑफिस आए।
121 प्रताप सिंह खाचरियावास परिवहन मंत्री


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