ETV Bharat / city

SMS अस्पताल के चिकित्सकों ने किया दुर्लभ ऑपरेशन, 6 साल का बच्चा 'टोसिंग बिंग' नामक दुर्लभ बीमारी से था पीड़ित

सवाई मानसिंह अस्पताल के चिकित्सकों ने एक दुर्लभ ऑपरेशन को (Rare Operation of rare heart disease in Jaipur SMS hospital ) अंजाम दिया है. ऑपरेशन 6 साल के बच्चे का हुआ है जो दिल की बीमारी से जूझ रहा था.

Rare Operation of rare heart disease
SMS अस्पताल के चिकित्सकों ने किया दुर्लभ ऑपरेशन
author img

By

Published : Feb 20, 2022, 2:04 PM IST

जयपुर. सवाई मानसिंह अस्पताल के चिकित्सकों ने एक दुर्लभ ऑपरेशन को अंजाम (Rare Operation of rare heart disease in Jaipur SMS hospital ) दिया है. दरअसल 6 साल का एक छोटा बच्चा टोसिंग बिंग नाम की एक दुर्लभ बीमारी से पीड़ित था. अस्पताल के कार्डियक सर्जन्स ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया. अस्पताल के कार्डियो-थोरेसिक विभाग में टोसिंग बिंग (दिल में छेद) नामक जन्मजात विकृति का ऑपरेशन छाती पर बांयी ओर छोटे से चीरे द्वारा (बिना छाती की हड्डी काटे) किया गया.

CTVS विभाग के सीनियर प्रोफेसर डॉ अनिल शर्मा ने बताया की सामान्यत ओपन हार्ट सर्जरी छाती की हड्डी (स्टर्नम) को काट के की जाती है, किन्तु SMS अस्पताल में उनकी टीम द्वारा छाती में बांयी तरफ छोटे से चीरे द्वारा बिना छाती की हड्डी काटे इस ऑपरेशन को अंजाम दिया. डॉ शर्मा ने बताया कि 6 वर्षीय बच्चे का ऑपरेशन किया गया जिसे टोसिंग बिंग नाम की जनजात विकृति थी.. टोसिंग बिंग नाम की जन्मजात विकृति में दिल में छेद होता है, जिसके कारण शुद्ध एवं अशुद्ध रक्त ह्रदय में मिलने लगते है, इसके फलस्वरूप बच्चे को साँस फूलने, नीला पड़ने जैसी शिकायत होती है.

पढ़ें-Preventive Oncology Van in Rajasthan : अक्षय ऊर्जा निगम संभाग मुख्यालयों पर आधुनिक प्रिवेंटिव आंकोलॉजी वैन कराएगी उपलब्ध, कैंसर निदान में मिलेगी मदद...

इस तरह के बच्चों का समय पर ऑपरेशन न किया जाए तो बच्चे का ह्रदय धीरे धीरे कमजोर पड़ने लगता है, एवं मृत्यु हो जाती है. ओपन हार्ट सर्जरी सामान्यतः छाती की हड्डी काट कर की जाती है, हालांकि बिना छाती की हड्डी काटे छोटे चीरे से सर्जरी वयस्कों में तो कई केन्द्रों पर हो रही है लेकिन नवजात शिशुओं एवं बच्चों में इस तरह की सर्जरी केवल s.m.s. अस्पताल में ही की जा रही है.

अभी तक लगभग 1000 से अधिक वयस्कों एवं 50 बच्चों में इस तरह के विभिन्न ऑपरेशन किये जा चुके हैं, मुख्यतः मरीजों में ह्रदय के वाल्व बदलना, मिक्सोमा नामक दिल के कैंसर, दिल के छेद , एवं विभिन्न जनजात दिल की विकृतियाँ मुख्य रूप से देखने को मिलती है. जिसमें टोसिंग बिंग विकृति का इलाज छाती पर बांयी तरफ छोटे चीरे द्वारा किया जाता है.अस्पताल के चिकित्सकों ने दावा किया है कि यह सर्जरी अपने आप में विश्व की पहली सर्जरी है, एवं इसका मेडिकल जर्नल्स में अभी तक उल्लेख नहीं है.

एक ही छोटे से चीरे द्वारा सर्जरी के मुख्य फायदे-
- यह सर्जरी पारम्परिक उपकरणों द्वारा की जा सकती है इसके लिए बहुत अत्यधिक खर्च एवं विशिष्ट उपकरणों की आवश्यकता नहीं I
- बेहतर कॉस्मेटिक परिणाम
-सर्जरी के दौरान कम खून की आवश्यकता
-छाती की हड्डी काटने से होने वाले इन्फेक्शन का कोई खतरा नहीं
- तुलनात्मक कम खर्च या कम लागत
-कोई अतिरिक्त जांघ में चीरा नहीं
-मिनिमल इनवेसिव सर्जरी के दौरान जांघ में केन्युलेशन से होने वाले दुष्परिणामों से मुक्ति , पैरों में रक्त अवरोध से होने वाले नुकसान का कोई खतरा नहीं

जयपुर. सवाई मानसिंह अस्पताल के चिकित्सकों ने एक दुर्लभ ऑपरेशन को अंजाम (Rare Operation of rare heart disease in Jaipur SMS hospital ) दिया है. दरअसल 6 साल का एक छोटा बच्चा टोसिंग बिंग नाम की एक दुर्लभ बीमारी से पीड़ित था. अस्पताल के कार्डियक सर्जन्स ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया. अस्पताल के कार्डियो-थोरेसिक विभाग में टोसिंग बिंग (दिल में छेद) नामक जन्मजात विकृति का ऑपरेशन छाती पर बांयी ओर छोटे से चीरे द्वारा (बिना छाती की हड्डी काटे) किया गया.

CTVS विभाग के सीनियर प्रोफेसर डॉ अनिल शर्मा ने बताया की सामान्यत ओपन हार्ट सर्जरी छाती की हड्डी (स्टर्नम) को काट के की जाती है, किन्तु SMS अस्पताल में उनकी टीम द्वारा छाती में बांयी तरफ छोटे से चीरे द्वारा बिना छाती की हड्डी काटे इस ऑपरेशन को अंजाम दिया. डॉ शर्मा ने बताया कि 6 वर्षीय बच्चे का ऑपरेशन किया गया जिसे टोसिंग बिंग नाम की जनजात विकृति थी.. टोसिंग बिंग नाम की जन्मजात विकृति में दिल में छेद होता है, जिसके कारण शुद्ध एवं अशुद्ध रक्त ह्रदय में मिलने लगते है, इसके फलस्वरूप बच्चे को साँस फूलने, नीला पड़ने जैसी शिकायत होती है.

पढ़ें-Preventive Oncology Van in Rajasthan : अक्षय ऊर्जा निगम संभाग मुख्यालयों पर आधुनिक प्रिवेंटिव आंकोलॉजी वैन कराएगी उपलब्ध, कैंसर निदान में मिलेगी मदद...

इस तरह के बच्चों का समय पर ऑपरेशन न किया जाए तो बच्चे का ह्रदय धीरे धीरे कमजोर पड़ने लगता है, एवं मृत्यु हो जाती है. ओपन हार्ट सर्जरी सामान्यतः छाती की हड्डी काट कर की जाती है, हालांकि बिना छाती की हड्डी काटे छोटे चीरे से सर्जरी वयस्कों में तो कई केन्द्रों पर हो रही है लेकिन नवजात शिशुओं एवं बच्चों में इस तरह की सर्जरी केवल s.m.s. अस्पताल में ही की जा रही है.

अभी तक लगभग 1000 से अधिक वयस्कों एवं 50 बच्चों में इस तरह के विभिन्न ऑपरेशन किये जा चुके हैं, मुख्यतः मरीजों में ह्रदय के वाल्व बदलना, मिक्सोमा नामक दिल के कैंसर, दिल के छेद , एवं विभिन्न जनजात दिल की विकृतियाँ मुख्य रूप से देखने को मिलती है. जिसमें टोसिंग बिंग विकृति का इलाज छाती पर बांयी तरफ छोटे चीरे द्वारा किया जाता है.अस्पताल के चिकित्सकों ने दावा किया है कि यह सर्जरी अपने आप में विश्व की पहली सर्जरी है, एवं इसका मेडिकल जर्नल्स में अभी तक उल्लेख नहीं है.

एक ही छोटे से चीरे द्वारा सर्जरी के मुख्य फायदे-
- यह सर्जरी पारम्परिक उपकरणों द्वारा की जा सकती है इसके लिए बहुत अत्यधिक खर्च एवं विशिष्ट उपकरणों की आवश्यकता नहीं I
- बेहतर कॉस्मेटिक परिणाम
-सर्जरी के दौरान कम खून की आवश्यकता
-छाती की हड्डी काटने से होने वाले इन्फेक्शन का कोई खतरा नहीं
- तुलनात्मक कम खर्च या कम लागत
-कोई अतिरिक्त जांघ में चीरा नहीं
-मिनिमल इनवेसिव सर्जरी के दौरान जांघ में केन्युलेशन से होने वाले दुष्परिणामों से मुक्ति , पैरों में रक्त अवरोध से होने वाले नुकसान का कोई खतरा नहीं

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.