जयपुर. देश भर में केंद्रीय कृषि कानून को लेकर मचे सियासी बवाल के बीच सुप्रीम कोर्ट ने इन केंद्रीय कानून को अमल करने पर रोक लगाई है, इसको लेकर अब किसान संगठन कोई भी प्रतिक्रिया देने से फिलहाल बच रहे हैं. खासतौर पर किसान महापंचायत के अध्यक्ष रामपाल जाट ने कहा है कि पहले कोर्ट के आदेश की प्रति हाथ में लेकर उसका अध्ययन करेंगे. उसके बाद ही इस मामले में कोई भी प्रतिक्रिया देना उचित होगी.
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दरअसल रामपाल जाट इस मामले में किसी भी प्रकार की जल्दबाजी में कोई भी आंदोलनरत किसान संगठन या उसके प्रतिनिधि वक्तव्य भी ना दें यह चाहते हैं. जाट के अनुसार सुप्रीम कोर्ट ने जो भी आदेश दिया है, पहले वे उसकी प्रति लेंगे और फिर विशेषज्ञों के साथ उसका अध्ययन करने के बाद ही किसी भी प्रकार की प्रतिक्रिया देंगे.बता दें कि रामपाल जाट भी अपने संगठन से जुड़े किसानों के साथ अलवर स्थित शाहजहांपुर बॉर्डर पर धरना दे रहे हैं.