जयपुर. लोकसभा के सियासी जमीन को साधने में जुटी भाजपा की तरफ से जयपुर ग्रामीण सीट से चुनावी मैदान में उतरे केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ शूटिंग करते हुए फेसबुक पर लाइव हुए. उन्होंने इस दौरान कांग्रेस के घोषणा पत्र पर निशाना साधते हुए कहा कि हम कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाकर रहेंगे. इसकी अब जरूरत नहीं पड़ेगी.
उन्होंने शूटिंग करते हुए कहा कि कांग्रेस का घोषणा पत्र धोखा पत्र है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेअपने घोषणा पत्र में कहा है किकश्मीर से अनुच्छेद 370 हम नहीं हटाने देंगे. लेकिन, हम अनुच्छेद 370 को हटाकर रहेंगे, पूरे देश में उसे शामिल करके रहेंगे. अब जरूरत नहीं है 370 की, जिस समय जरूरत थी वो खत्म हो गई बात. अब इसके हटने का समय है. राठौड़ ने कहा कि देश की सेना से कौन बार-बार सवाल पूछता है. वे सेना से सबूत मांगते हैं. उन्होंने कहा कि कश्मीर की समस्या को किसने खड़ी की? इसे नेहरू ने शुरू की थी. सरदार वल्लभभाई पटेल ने पूरे देश को जोड़ने के काम किया. सारे देश को उन्होंने एक किया, केवल कश्मीर का मसला नेहरू ने अपने पास रखा. यही वजह थी कि पूरा देश एक राष्ट्र बन गया और कश्मीर समस्या बन गई. उन्होंने पूर्व पीएम जवाहर लाल नेहरू की नीतियों पर सवाल करते हुए कहा कि 'जब भारत युद्ध में जीत रहा था तो यूएन में जाने की जरूरत क्या थी. क्या कभी कोई मजबूत राष्ट्र यूएन की तरफ भागता है, हम तो मजबूत थे.
उस युद्ध में जीत रहे थे, फिर नेहरू क्यों चले गए यूएन में. क्योंकि वो कश्मीर का मसला था और वो ही इससे ताल्लुक रखते थे'. उन्होंने कहा कि पूरा देश एक हो गया, लेकिन, कश्मीर अलग निकल गया. उस समय लगाई गई अनुच्छेद 370 ही आज समस्या बनी हुई है. इस मामले में कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में कहा है कि 370 को नहीं हटने देंगे. लेकिन, देश के पीएम नरेंद्र मोदी इस देश को एक राष्ट्र बनाना चाहते हैं, अलग-अलग प्रांत नहीं. वे एक मजबूत राष्ट्र बनाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को लेकर आएंगे तो उन्होंने घोषणा पत्र में लिखा है 370 नहीं हटने देंगे, लेकिन हम उसे हटाकर रहेंगे, पूरे देश में शामिल करके रहेंगे. अब जरूरत नहीं है 370 की, जिस समय जरूरत थी, वो खत्म हो गई बात, अब हटने का समय है. इस दौरान राठौड़ ने अफस्पा यानी आर्म्ड फोर्स स्पेशल पॉवर एक्ट को लेकर भी कांग्रेस पर निशाना साधा. राठौड़ ने कहा कि पूरे राजस्थान से सैनिक जाते हैं. जब वे कल आतंकियों को गिरफ्तार करेंगे तो एक बार सोचेंगे कि उसे गिरफ्तार करूं या नहीं, कहीं कल मुझे सजा न हो जाए.