जयपुर. नवनिर्वाचित राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत का कहना है कि राजस्थान का विकास उनकी पहली प्राथमिकता होगी और खास तौर पर विभिन्न राज्यों से जल को लेकर जो विवाद चल रहा है वह उसका समाधान कराने का प्रयास केंद्र की मदद से करेंगे. वहीं राजस्थानी भाषा को मान्यता मिले यह भी उनकी प्राथमिकता रहेगी. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान राजेंद्र गहलोत ने नई जिम्मेदारी मिलने के बाद अपनी प्राथमिकताएं भी बताई.
पहाड़ी क्षेत्रों की तरह रेगिस्तानी क्षेत्र को भी मिले विशेष दर्जा
ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान राजेंद्र गहलोत ने कहा जिस तरह पहाड़ी इलाकों वाले राज्यों को विशेष दर्जा और सुविधाएं पैकेज के नाम पर दी जाती हैं, ठीक उसी तरह पश्चिमी राजस्थान का अधिकतर इलाका मरुस्थलीय है और वहां पाकिस्तान के साथ सीमा भी लगती है. ऐसी स्थिति में यहां की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए राजस्थान को विशेष दर्जा मिले इसके लिए प्रयास करेंगे.
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राजस्थानी भाषा को मिले मान्यता
भाजपा राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत ने कहा कि राजस्थानी भाषा को मान्यता मिले यह उनकी पहली प्राथमिकता रहेगी. वह शुरू से ही राजस्थानी भाषा को मान्यता मिले इसके पक्षधर रहे हैं. ऐसे में अब जब उन्हें राज्यसभा सांसद बनने का मौका मिला है तो वो राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलवाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे.
क्या रहे राज्यसभा चुनाव 2020 के नतीजे?
राजस्थान में राज्यसभा की 3 सीटों पर शुक्रवार को हुए मतदान का परिणाम आ गए हैं. इस चुनाव में कांग्रेस को 2 और बीजेपी को 1 सीट पर जीत मिली है. कांग्रेस के केसी वेणुगोपाल को मिले 64 वोट और नीरज डांगी को 59 मत मिले हैं. वहीं भाजपा के राजेंद्र गहलोत जीत दर्ज की है.