जयपुर. राजधानी जयपुर सहित प्रदेश भर में मौसम अपना मिजाज बार-बार बदल रहा है. कभी सूर्य देख के तीखे तेवर तो कभी बारिश इसमें अपना तड़का लगा जाती है. बता दें, सोमवार के दिन भी राजधानी जयपुर के कई इलाकों में हल्की बूंदाबांदी का दौर देखने को मिला, जिसके चलते तापमान में गिरावट दर्ज की गई.
अब प्रदेश में एक बार फिर मानसून शुष्क होता नजर आ रहा है. प्रदेश में आगामी 5 दिनों तक बारिश के कोई आसार नहीं हैं. मौसम भी साफ रहेगा और तापमान में भी बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी. पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर, गंगानगर, जोधपुर, बाड़मेर, जालोर और सिरोही इलाके में बारिश की बात की जाए तो इन सभी जिलों में अभी सूखे के हालात बने हुए हैं.
इन जगहों पर हो सकती है बारिश
मौसम विभाग की मानें तो आज पूर्वी राजस्थान मे अजमेर, भरतपुर, जयपुर, कोटा और उदयपुर संभागों मे कई स्थानों पर हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश होने की संभावना है. वहीं, पश्चिमी राजस्थान में आज भी मौसम शुष्क रहने की संभावना है.
जयपुर का हाल
जयपुर और इसके आसपास के क्षेत्रों की बात करें तो आज आसमान में सामान्य रूप से बादल छाए रहने की संभावना है. जयपुर में आज अधिकतम तापमान 34 डि्ग्री और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जा सकता है.
औसत से कम बारिश
प्रदेश में इस बार औसत से कम बारिश हुई दर्ज की गई है. मौसम विभाग की ओर से जारी आंकड़ों को देखा जाए तो जुलाई के आखिरी सप्ताह से अगस्त के दूसरे सप्ताह तक पूर्वी राजस्थान में तेज बारिश के बाद मौसम शुष्क हो गया था. 12 अगस्त तक प्रदेश में औसत से 8 फीसदी अधिक बारिश दर्ज की गई थी, लेकिन बीते दिनों प्रदेश में मानसून के शुष्क बने रहने के कारण यह आंकड़ा घटकर 6 फीसदी तक हो गया.
फसल खराब होने की आशंका बढ़ी
जानकारी के अनुसार पश्चिमी राजस्थान में औसत से कम बारिश होने से किसानों की चिंता भी बढ़ गई है. मूंगफली, मोठ, ग्वार, बाजरा और तिल की बुवाई पहले से ही कम थी और बारिश नहीं होने से इन फसलों के खराब होने की आशंका भी अब बढ़ गई है. बीकानेर क्षेत्र में बारिश नहीं होने के कारण कई गांवों में फसल जलने की कगार पर आ गई है. यही स्थिति प्रदेश के कई इलाकों में बनी हुई है.
जानिए किन जिलों में कम और ज्यादा हुई औसत से बारिश
मौसम विभाग की ओर से जारी किए गए आंकड़ों को देखा जाए तो मानसून में अभी तक गंगानगर में 54 फीसदी, जोधपुर में 45 फीसदी, सिरोही में 62 फीसदी, बाड़मेर में 50 फीसदी और जालोर में 57 फीसदी बारिश दर्ज की गई है. वहीं, दूसरी तरफ पूर्वी राजस्थान की बात की जाए तो कोटा में 70 फीसदी और बारां में 77 फीसदी अधिक बारिश दर्ज की गई है.