जयपुर. प्रदेश को सबसे ज्यादा राजस्व देने वाले विभागों में परिवहन विभाग एक मुख्य विभाग है. 2020-21 वित्तीय वर्ष के अंतर्गत परिवहन विभाग को 5200 करोड़ रुपए का राजस्व लक्ष्य हासिल करना था. लेकिन परिवहन विभाग इस राजस्व लक्ष्य के करीब भी नहीं पहुंच पाया है. बता दें आज वित्त वर्ष का आखिरी दिन है. ऐसे में परिवहन विभाग के अधिकारी फील्ड में निकल कर ज्यादा से ज्यादा राजस्व लक्ष्य हासिल करने का हरसंभव प्रयास करते हुए दिखाई दे रहे हैं.
पढे़ं: कस्टम विभाग की जयपुर एयरपोर्ट पर एक दिन में दूसरी बड़ी कार्रवाई, पकड़ा 20 लाख का सोना
परिवहन आयुक्त रवि जैन ने बताया कि परिवहन विभाग अपने राजस्व टारगेट लक्ष्य को अचीव करने के लिए काफी तत्पर है. 30 मार्च तक विभाग ने 4242 करोड़ रुपए का राजस्व लक्ष्य अर्जित कर लिया है. जैन ने कहा कि हम हर संभव प्रयास करके राजस्व हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं. कोरोना में राजस्व लक्ष्य हासिल करना विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती थी. वित्तीय वर्ष का आज आखिरी दिन है और विभाग राजस्व हासिल करने का हर संभव प्रयास कर रहा है.
आज आखिरी दिन परिवहन विभाग की टीमें फील्ड में उतर चुकी हैं और ज्यादा से ज्यादा राजस्व हासिल करने की कोशिश कर रही हैं. रवि जैन ने बताया जो भी गुड्स व्हीकल हैं जिन का टैक्स बकाया है, उन सभी को 15 मार्च तक टैक्स जमा कराना था. ऐसे में जिन्होंने भी टैक्स जमा नहीं कराया है, आज उनसे टैक्स जमा भी करवाया जाएगा. साथ ही जैन ने कहा कि यदि कोई भी व्यक्ति टैक्स नहीं देगा तो उसके वाहन को सीज भी किया जाएगा.
परिवहन आयुक्त ने कहा कि मार्च महीने में इस बार 900 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त किया गया है. आज से पहले किसी भी वित्तीय वर्ष के अंतर्गत परिवहन विभाग ने 1 महीने के इतना राजस्व हासिल नहीं किया था. इस वित्तीय वर्ष के कोरोना के चलते काफी राहत भी लोगों को दी गई. जिसके चलते एमिन्सटी की योजना को बढ़ाने की बात भी कही जा रही है. वहीं ई रवन्ना में भी जिस तरीके की छूट विभाग ने दी थी, उससे भी विभाग को काफी हद तक राजस्व लक्ष्य प्राप्ति करने में सहूलियत मिली है.