जयपुर. देशभर में किसान केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानून को लगातार विरोध कर रहे हैं. इसके साथ ही दिल्ली में भी देशभर के किसान इन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं. वहीं लगातार राजस्थान सरकार के द्वारा भी केंद्र के कृषि कानून को लेकर भी बयान दिए जा रहे हैं. इसको लेकर परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के द्वारा भी बुधवार को बयान दिया गया है. परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि इस समय किसान दिल्ली और उत्तर प्रदेश के रास्ते पर रुके हुए हैं.
वहीं परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने केंद्र कि भाजपा की सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि केंद्र सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वह किसानों को राहत दे. पिछले 7 दिन से किसान सड़क पर है और किसान को काफी परेशानियों का सामना भी करना पड़ रहा है. इसके साथ ही परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने मांग की है कि केंद्र की सरकार को किसानों के तीनों बिलों को वापस लेकर के किसानों को राहत देनी चाहिए क्योंकि इस समय शादियों का सीजन भी चल रहा है.
ऐसे में बॉर्डर बंद हो जाने की वजह से कई लोगों की शादियां तक टूट गई है. अब कई लोग काफी परेशानियों का सामना भी कर रहे हैं. प्रताप सिंह ने कहा कि आमजन भी परेशान हैं. किसान भी परेशान है, और केंद्र सरकार अपने घमंड में परेशान हो रही है. प्रताप सिंह ने कहा कि यदि केंद्र सरकार ईमानदार है, तो वह किसानों के तीनों बिलों को रिजेक्ट कर दें और उन्हें वापस ले. प्रताप सिंह ने कहा कि जब देश के किसानों के द्वारा सुरक्षा को लेकर किसी भी तरह का बिल नहीं मांगा गया, तो केंद्र सरकार के द्वारा बिना किसानों की मांग की उनके ऊपर यह बिल थोप दिए गए.
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प्रताप सिंह ने कहा कि किसान एक अन्नदाता है. वह हर जाति धर्म में मौजूद है और केंद्र सरकार उनको चुनौती दे रही है. प्रताप सिंह ने कहा कि केवल पंजाब के किसान ही नहीं उनके साथ इस समय पूरे देश के किसान खड़े हुए हैं. ऐसे में केंद्र सरकार को किसानों के लिए लाए तीनों बिलों को वापस लेना चाहिए.