जयपुर. प्रदेश के ऐतिहासिक स्मारक जंगल सफारी पैलेस ऑन व्हील्स, मेले, त्यौहार व्यंजन हस्तशिल्प और इन सब से कहीं ज्यादा लोकप्रिय मरुधरा की मेहमान नवाजी इन सभी मापदंडों पर राजस्थान पर्यटन देशभर के पर्यटकों में अनूठी छाप छोड़ी है. इसी का नतीजा है कि पहले ही डोमेस्टिक मार्ट में राजस्थान पर्यटन को अवार्ड मिला.कोलकाता और अहमदाबाद टीटीएफ में राजस्थान पर्यटन में भी अपना मंडप लगाया है, जिसे काफी सराहना मिली.
राजस्थान पर्यटन की अतिरिक्त निदेशक मनीषा अरोड़ा और संयुक्त निदेशक आनंद त्रिपाठी ने बंगाल की धरती पर रोड शो कर बंगाली और अन्य राज्यों के पर्यटकों को राजस्थान आने का निमंत्रण भी दिया. इसके बाद अहमदाबाद में आयोजित हुए ट्रैवल टूरिज्म फेयर में राजस्थान पर्यटन के मंडप को एक हजार से ज्यादा ट्रैवल एजेंट्स टूर ऑपरेटर और पर्यटकों ने देखा और सराहा भी.
जिसके बाद अब हैदराबाद में संपन्न हुए इंडिया इंटरनेशनल टूरिज्म मार्ट के 2 दिन के इस आयोजन में 100 से अधिक b2b मीटिंग आयोजित की गई. सहायक निदेशक अजीत सिंह ने राजस्थान पर्यटन के उत्पादों की भी जानकारी दी और रोड शो किया. जानकारी के मुताबिक प्रदेश में पिछले वर्ष मार्च महीने में ही कोरोना के चलते पर्यटन गतिविधियों को बंद कर दिया गया था.
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ऐसे में दो दर्जन डोमेस्टिक मात्र 20 से अधिक राजस्थान में आयोजित होने वाले मेले उत्सव को रद्द कर दिया गया था. साथ ही कोरोना संकट के दौर में अकेले राजस्थान में ही पर्यटन उद्योग से जुड़े 20 लाख से ज्यादा लोग प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से बेरोजगार हो गए थे और पर्यटन उद्योग को करोड़ों का नुकसान भी उठाना पड़ा था.
इसके अलावा कोलकाता और अहमदाबाद के बाद अब हैदराबाद में भी राजस्थान पर्यटन, चाहे शाही गाड़ी पैलेस ऑन व्हील्स, उत्सव, राजस्थानी हस्तशिल्प व्यंजन और लोकगीत नृत्य को विशेष रोड शो आ जा रहा है और ट्रैवल एजेंट्स के साथ b2b मीटिंग भी की है. उम्मीद की जा रही है कि आने वाले महीनों में दक्षिण भारतीय पर्यटक को से प्रदेश को 2 करोड़ से अधिक का टूरिज्म बिजनेस मिलेगा और पर्यटकों के आगमन में इजाफा भी होगा.