जयपुर. परकोटा की खूबसूरती दुनिया भर के लोगों को अट्रैक्ट करती है. इसे यूनेस्को ने वर्ल्ड हेरिटेज साइट में शामिल भी किया है. अब इसकी खूबसूरती दिल्ली के राजपथ पर नजर आएगी. गणतंत्र दिवस की परेड में इस बार राजस्थान की झांकी को अप्रूवल मिल गया है.
झांकी में जयपुर के विरासत भवनों के वैभव को दर्शाया गया है. जिसमें जाली झरोखों से सुसज्जित बाजारों, स्मारकों, प्रवेश द्वारों, सिटी पैलेस द्वार, त्रिपोलिया दरवाजा, स्टैचू सर्किल को शामिल किया गया है. जो जयपुर शहर की खूबसूरती में चार चांद लगाते हैं.
वहीं झांकी के आसपास राजस्थान की नृत्यांगना नृत्य करती नजर आएगी. राजस्थान के प्रसिद्ध नृत्य और गीत पर 15 नृत्यांगनाए नृत्य करती नजर आएगी. झांकी के ऊपर तीन लोक वाद्य वादकों को सारंगी, ढोलक और मंजीरा बजाते हुए दर्शाया है. उनके संगीत की धुन पर तीन नृत्यांगनाए सर पर तीन चरी को लेकर भवाई नृत्य प्रस्तुत करेंगी. इन्हीं के साथ लगभग 12 नृत्यांगनाए चरी को सर पर लेकर झांकी के दोनों और पैदल नृत्य प्रस्तुति देगी.
राजस्थान का प्रसिद्ध लोक देवता बाबा रामदेव पीर के 'रूण झुन बाजे घुंघरा' लोकगीत पर नृत्य किया जाएगा. यह सभी नृत्यांगनाए किशनगढ़ की रहने वाली है और रविवार को दिल्ली के लिए रवाना हो जाएगी.