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प्रदेश के कई जिलों से होकर उज्जैन पहुंचा था कुख्यात विकास दुबे...राजस्थान पुलिस को भनक तक नहीं लगी

यूपी का कुख्यात अपराधी विकास दुबे राजस्थान के कई जिलों से होकर मध्यप्रदेश पहुंचा, लेकिन राजस्थान पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रही. पुलिस प्रशासन को विकास दुबे के राजस्थान में होने की भनक तक नहीं लगी. इस बात से राजस्थान पुलिस के साथ-साथ खुफिया तंत्र की भी कमजोर कड़ी पूरी तरह से खुल गई है.

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विकास दुबे प्रकरण में पूरी तरह से फेल रहा राजस्थान पुलिस का खुफिया तंत्र
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Published : Jul 10, 2020, 11:27 AM IST

जयपुर. कानपुर शूटआउट के मास्टरमाइंड विकास दुबे को लेकर राजस्थान पुलिस का खुफिया तंत्र पूरी तरह से फेल साबित हुआ है. जब यूपी पुलिस विकास दुबे की तलाश में जुटी हुई थी, तो उस वक्त यूपी पुलिस को चकमा देने के बाद विकास दुबे राजस्थान के विभिन्न जिलों से होता हुआ मध्यप्रदेश में प्रवेश कर गया और इसकी भनक तक राजस्थान पुलिस को नहीं लग सकी.

विकास दुबे प्रकरण में पूरी तरह से फेल रहा राजस्थान पुलिस का खुफिया तंत्र

राजस्थान पुलिस रही नाकामयाब

यूपी पुलिस ने राजस्थान पुलिस को यह जानकारी भी दी थी कि विकास दुबे राजस्थान में हो सकता है, लेकिन इसके बावजूद भी राजस्थान पुलिस का खुफिया तंत्र विकास दुबे की पहचान करने में पूरी तरह से नाकामयाब सिद्ध हुआ.

यह भी पढ़ें : कानपुर शूटआउट : गैंगस्टर विकास दुबे मुठभेड़ में ढेर, यूपी एसटीएफ ने की कार्रवाई

यूपी पुलिस के इनपुट पर अलवर, भरतपुर और वह तमाम जिले जिन की सीमाएं उत्तर प्रदेश या दिल्ली से सटी हुई है, वहां पर राजस्थान पुलिस द्वारा चौकसी बढ़ाई गई. सशस्त्र बल जवानों को विकास दुबे की तलाश में लगाया गया, लेकिन इसके बावजूद विकास दुबे राजस्थान पुलिस को चकमा देते हुए दौसा, लालसोट और सवाई माधोपुर होते हुए चंबल में प्रवेश कर बड़ी आसानी से मध्यप्रदेश में घुस गया. अनेक जिलों से होते हुए सड़क मार्ग से विकास दुबे गुजरा, लेकिन इसके बावजूद भी राजस्थान पुलिस का खुफिया तंत्र उसकी जानकारी नहीं जुटा सका.

बता दें कि उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुई मुठभेड़ का मुख्य आरोपी विकास दुबे आज मारा गया. उत्तर प्रदेश पुलिस ने इसकी पुष्टि की है. इससे पहले विकास को लेकर यूपी एसटीएफ मध्य प्रदेश के उज्जैन से कानपुर लौट रही थी. इसी दौरान उसकी गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई. विकास ने पुलिसकर्मी का हथियार छीनकर भागने की कोशिश की और पुलिस पर गोलियां भी चलाई. पुलिस के मुताबिक जबावी कार्रवाई के दौरान पुलिस ने विकास को मार गिराया. इससे पहले उसे सरेंडर का मौका भी दिया गया.

किस मामले में हो रही थी विकास की तलाश

गौरतलब है कि बीते दो-तीन जुलाई को कानपुर में अपराधियों को पकड़ने गई पुलिस पर हुई अंधाधुंध फायरिंग में आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे. इस मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस बीते एक सप्ताह से लगातार सक्रिय है. मामले के मास्टरमाइंड विकास दुबे को मध्य प्रदेश के उज्जैन से पकड़ने में कामयाबी मिली है. मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी ट्वीट कर विकास के गिरफ्तार होने की जानकारी दी थी.

यह भी पढ़ें : विकास दुबे एनकाउंटर पर बोले अखिलेश, 'राज खुलने से सरकार...बचाई गई है'

सूत्रों के मुताबिक विकास दुबे को महाकाल मंदिर के पास देखा गया था. इससे पहले विकास की गिरफ्तारी के लिए यूपी पुलिस ने कई टीमों और एसटीएफ का गठन किया था. गुरुवार को यूपी पुलिस की कार्रवाई के दौरान में विकास दुबे के दो सहयोगियों को मार गिराया गया. वहीं शुक्रवार को विकास भी एनकाउंटर में मारा गया.

जयपुर. कानपुर शूटआउट के मास्टरमाइंड विकास दुबे को लेकर राजस्थान पुलिस का खुफिया तंत्र पूरी तरह से फेल साबित हुआ है. जब यूपी पुलिस विकास दुबे की तलाश में जुटी हुई थी, तो उस वक्त यूपी पुलिस को चकमा देने के बाद विकास दुबे राजस्थान के विभिन्न जिलों से होता हुआ मध्यप्रदेश में प्रवेश कर गया और इसकी भनक तक राजस्थान पुलिस को नहीं लग सकी.

विकास दुबे प्रकरण में पूरी तरह से फेल रहा राजस्थान पुलिस का खुफिया तंत्र

राजस्थान पुलिस रही नाकामयाब

यूपी पुलिस ने राजस्थान पुलिस को यह जानकारी भी दी थी कि विकास दुबे राजस्थान में हो सकता है, लेकिन इसके बावजूद भी राजस्थान पुलिस का खुफिया तंत्र विकास दुबे की पहचान करने में पूरी तरह से नाकामयाब सिद्ध हुआ.

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यूपी पुलिस के इनपुट पर अलवर, भरतपुर और वह तमाम जिले जिन की सीमाएं उत्तर प्रदेश या दिल्ली से सटी हुई है, वहां पर राजस्थान पुलिस द्वारा चौकसी बढ़ाई गई. सशस्त्र बल जवानों को विकास दुबे की तलाश में लगाया गया, लेकिन इसके बावजूद विकास दुबे राजस्थान पुलिस को चकमा देते हुए दौसा, लालसोट और सवाई माधोपुर होते हुए चंबल में प्रवेश कर बड़ी आसानी से मध्यप्रदेश में घुस गया. अनेक जिलों से होते हुए सड़क मार्ग से विकास दुबे गुजरा, लेकिन इसके बावजूद भी राजस्थान पुलिस का खुफिया तंत्र उसकी जानकारी नहीं जुटा सका.

बता दें कि उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुई मुठभेड़ का मुख्य आरोपी विकास दुबे आज मारा गया. उत्तर प्रदेश पुलिस ने इसकी पुष्टि की है. इससे पहले विकास को लेकर यूपी एसटीएफ मध्य प्रदेश के उज्जैन से कानपुर लौट रही थी. इसी दौरान उसकी गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई. विकास ने पुलिसकर्मी का हथियार छीनकर भागने की कोशिश की और पुलिस पर गोलियां भी चलाई. पुलिस के मुताबिक जबावी कार्रवाई के दौरान पुलिस ने विकास को मार गिराया. इससे पहले उसे सरेंडर का मौका भी दिया गया.

किस मामले में हो रही थी विकास की तलाश

गौरतलब है कि बीते दो-तीन जुलाई को कानपुर में अपराधियों को पकड़ने गई पुलिस पर हुई अंधाधुंध फायरिंग में आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे. इस मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस बीते एक सप्ताह से लगातार सक्रिय है. मामले के मास्टरमाइंड विकास दुबे को मध्य प्रदेश के उज्जैन से पकड़ने में कामयाबी मिली है. मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी ट्वीट कर विकास के गिरफ्तार होने की जानकारी दी थी.

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सूत्रों के मुताबिक विकास दुबे को महाकाल मंदिर के पास देखा गया था. इससे पहले विकास की गिरफ्तारी के लिए यूपी पुलिस ने कई टीमों और एसटीएफ का गठन किया था. गुरुवार को यूपी पुलिस की कार्रवाई के दौरान में विकास दुबे के दो सहयोगियों को मार गिराया गया. वहीं शुक्रवार को विकास भी एनकाउंटर में मारा गया.

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