जयपुर. राजस्थान पटवार संघ पिछले 19 महीने से अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहा है. 15 जनवरी से अतिरिक्त पटवार मंडलों का भी बहिष्कार किया हुआ है. जिसके कारण 5 हजार अतिरिक्त पटवार मंडलों में कार्य पूरी तरह से ठप पड़ा है. पटवारी केवल कोविड कार्यो को ही प्राथमिकता दे रहे हैं. 15 फरवरी से शहीद स्मारक पर चल रहा धरना प्रदर्शन भी कोविड-19 के चलते स्थगित कर दिया गया था. अब उसे फिर से शुरू करने पर विचार किया जा रहा है.
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पिछले दिनों एक प्रेस वार्ता के दौरान राजस्थान पटवार संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र कुमार निमिवाल ने सरकार से आर-पार की लड़ाई की घोषणा कर दी और शुक्रवार को ट्विटर पर अभियान चलाया जाएगा. ट्विटर अभियान से पटवारी सरकार तक अपनी तीन सूत्रीय मांगों को पहुंचाने का काम करेंगे. कोरोना काल में अधिकतर संगठनों ने अपनी मांग पूरी करने के लिए ट्विटर का सहारा लिया है इसलिए प्रदेश के पटवारी भी सोशल मीडिया के इसी माध्यम से अपनी बात सरकार तक पहुंचाना चाहते हैं.
राजस्थान पटवार संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र कुमार निमिवाल का कहना है कि पटवारी फिर से आंदोलन की शुरुआत कर चुके हैं और उपखंड और जिला स्तर पर ज्ञापन भी दिए जा चुके हैं. उन्होंने कहा कि 5 जुलाई को कार्य महासमिति की बैठक में राजस्थान पटवार संघ की ओर से पूर्ण कार्य बहिष्कार का निर्णय किया जाएगा. साथ ही राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु की गुहार भी लगाई जाएगी.
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निमिवाल ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार हमारी मांगों को छोड़कर अन्य मुद्दों पर बात करना चाहती है जो हमें किसी भी सूरत में मंजूर नहीं है. हमारी मांग किस तरह से पूरी होगी उसका रास्ता भी सरकार को बताया जा चुका है इन सब के बावजूद सरकार हमारी मांग मानने को तैयार नहीं है. उन्होंने सरकार से मांग की कि सरकार उनकी मांगों को पूरा करें ताकि पटवारियों के कार्य बहिष्कार के कारण किसान, आमजन और विद्यार्थी परेशान हो रहे हैं उन्हें राहत दी जा सके.
राजस्थान पटवार संघ की ओर से 4 जुलाई तक का सरकार को अल्टीमेटम दिया हुआ है और 5 जुलाई को महासमिति की बैठक में पूर्ण कार्य बहिष्कार का निर्णय किया जाएगा. साथ ही आंदोलन को और उग्र किया जाएगा.