ETV Bharat / city

नगरीय निकायों में आवासों की आवश्यकता जानने के लिए हाउसिंग बोर्ड करा रहा डिजिटल डिमांड सर्वे

राजस्थान आवासन मण्डल की ओर से राज्य के सभी नगरीय निकाय क्षेत्रों में प्रशासन शहरों के संग अभियान 2021 के अन्तर्गत विभिन्न श्रेणियों के आवासों की आवश्यकता जानने के लिए डिमांड सर्वे करवाया जा रहा है. ये सर्वे मण्डल की ओर से मोबाइल एप (RHB AWAS) के माध्यम से करवाया जा रहा है.

Rajasthan Housing Board, Jaipur news
Rajasthan Housing Board
author img

By

Published : Oct 10, 2021, 5:20 PM IST

जयपुर. हाउसिंग बोर्ड नगरीय निकायों में विभिन्न श्रेणियों के आवासों की आवश्यकता जानने के लिए डिमांड सर्वे करवा रहा है. खास बात ये है कि इस सर्वे के लिए कर्मचारियों को पेन-पेपर लेकर डोर-टू-डोर जाने की आवश्यकता नहीं होगी. इस सर्वे को पूरी तरह डिजिटलाइज किया गया है.

पढ़ें: बिजली संकट में कुछ राहत मिलने की उम्मीद, कोयले की आपूर्ति में सुधार...सोमवार से दिखेगा असर

मुख्यमंत्री के निर्देश पर राजस्थान आवासन मण्डल की ओर से राज्य के सभी नगरीय निकाय क्षेत्रों में प्रशासन शहरों के संग अभियान 2021 के अन्तर्गत विभिन्न श्रेणियों के आवासों की आवश्यकता जानने के लिए डिमांड सर्वे करवाया जा रहा है. आवास की आवश्यकता का पता लगने पर मंडल नगरीय निकायों से जमीन खरीद कर या फिर आवंटित करा, वहां योजनाएं विकसित कर सकेगा. हाउसिंग बोर्ड कमिश्नर पवन अरोड़ा ने बताया कि ये सर्वे मण्डल की ओर से मोबाइल एप (RHB AWAS) के माध्यम से करवाया जा रहा है. इसी एप पर आवास की लागत और आकार की आवश्यकता की जानकारी भी मिल सकेगी.

सर्वे में यूजर से ये जानकारी मांगी जाएगी कि उसे किस श्रेणी का आवास चाहिए ( 1 बीएचके, 2 बीएचके, 3 बीएचके या फिर स्वतंत्र आवास). इसके बाद उसे एप में लागत भरनी होगी कि उसे कितनी लागत का आवास चाहिए ( 8 से 10 लाख रुपए तक, 12 से 15 लाख रुपए तक का, 20 लाख रुपए से 25 लाख रुपए तक का या 30 से 40 लाख रुपए तक के मूल्य का). इसके बाद उपभोक्ता अपना शहर अंकित करेगा और अंत में सबमिट बटन दबा कर सर्वे को पूर्ण करेगा.

पढ़ें: प्रशासन शहरों के संग अभियान में धांधली और भ्रष्टाचार रोकेगा निगम, जारी किया 'रेड अलर्ट'

आवासन आयुक्त ने बताया कि इससे तीन बातें पता चलेंगी कि किस शहर के लोगों को, किस आकार का और किस मूल्य का आवास चाहिए. आपको बता दें कि सर्वे में भाग लेने के लिए सबसे पहले खुद को रजिस्टर करना जरूरी होगा. आवासन मंडल की ओर से लॉन्च की गई आरएचबी आवास मोबाइल एप्लीकेशन गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड की जा सकती है.

जयपुर. हाउसिंग बोर्ड नगरीय निकायों में विभिन्न श्रेणियों के आवासों की आवश्यकता जानने के लिए डिमांड सर्वे करवा रहा है. खास बात ये है कि इस सर्वे के लिए कर्मचारियों को पेन-पेपर लेकर डोर-टू-डोर जाने की आवश्यकता नहीं होगी. इस सर्वे को पूरी तरह डिजिटलाइज किया गया है.

पढ़ें: बिजली संकट में कुछ राहत मिलने की उम्मीद, कोयले की आपूर्ति में सुधार...सोमवार से दिखेगा असर

मुख्यमंत्री के निर्देश पर राजस्थान आवासन मण्डल की ओर से राज्य के सभी नगरीय निकाय क्षेत्रों में प्रशासन शहरों के संग अभियान 2021 के अन्तर्गत विभिन्न श्रेणियों के आवासों की आवश्यकता जानने के लिए डिमांड सर्वे करवाया जा रहा है. आवास की आवश्यकता का पता लगने पर मंडल नगरीय निकायों से जमीन खरीद कर या फिर आवंटित करा, वहां योजनाएं विकसित कर सकेगा. हाउसिंग बोर्ड कमिश्नर पवन अरोड़ा ने बताया कि ये सर्वे मण्डल की ओर से मोबाइल एप (RHB AWAS) के माध्यम से करवाया जा रहा है. इसी एप पर आवास की लागत और आकार की आवश्यकता की जानकारी भी मिल सकेगी.

सर्वे में यूजर से ये जानकारी मांगी जाएगी कि उसे किस श्रेणी का आवास चाहिए ( 1 बीएचके, 2 बीएचके, 3 बीएचके या फिर स्वतंत्र आवास). इसके बाद उसे एप में लागत भरनी होगी कि उसे कितनी लागत का आवास चाहिए ( 8 से 10 लाख रुपए तक, 12 से 15 लाख रुपए तक का, 20 लाख रुपए से 25 लाख रुपए तक का या 30 से 40 लाख रुपए तक के मूल्य का). इसके बाद उपभोक्ता अपना शहर अंकित करेगा और अंत में सबमिट बटन दबा कर सर्वे को पूर्ण करेगा.

पढ़ें: प्रशासन शहरों के संग अभियान में धांधली और भ्रष्टाचार रोकेगा निगम, जारी किया 'रेड अलर्ट'

आवासन आयुक्त ने बताया कि इससे तीन बातें पता चलेंगी कि किस शहर के लोगों को, किस आकार का और किस मूल्य का आवास चाहिए. आपको बता दें कि सर्वे में भाग लेने के लिए सबसे पहले खुद को रजिस्टर करना जरूरी होगा. आवासन मंडल की ओर से लॉन्च की गई आरएचबी आवास मोबाइल एप्लीकेशन गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड की जा सकती है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.