जयपुर. कोरोना जैसी महामारी से बचने के लिए हर कोई अपनी ओर से हर संभव सावधानी बरत रहा है. ऐसे में संक्रमण से बचने के लिए लगातार लोग अपने हाथ धो रहे हैं. जिसके लिए नल को अपने हाथों से छूना पड़ता है. वहीं, हर बार कई व्यक्तियों के नल को छूने से संक्रमण के फैलने का खतरा बढ़ जाता है.
इस समस्या का अब समाधान किया जा चुका है. सेंसर और लेजर तकनीक से नियंत्रित होने वाले नल (टैब) बनाए जा चुके हैं, जिसकी सहायता से बिना टैब को दबाए हाथ धोया जा सकता है. लेकिन ये तकनीक थोड़ी महंगी है. जिसके चलते हर कोई इसका प्रयोग नहीं कर सकता है.
ऐसे में कोविड-19 वॉरियर्स राजस्थान के युवाओं ने इसका सस्ता और सरल समाधान निकाला है. जहां पैरों से नियंत्रित किया जाने वाला 'फुट टैब' का जुगाड़ किया है. ये नल ना सिर्फ पानी बचाएगा बल्कि संक्रमण से भी बचाव करेगा.
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राजस्थान कोविड-19 वॉरियर्स के सदस्यों ने सिर्फ 8 घंटों में ही फुट टैब का निर्माण किया है. आर्मी के एक मॉडल से इंस्पायर होकर इन्होंने ये नल बनाया है. दरअसल टोंटी की जगह इसे पंप से नियंत्रित किया जाएगा. टंकी से आने वाले पाइप और नल के बीच पैरों से नियंत्रित होने वाला इलेक्ट्रॉनिक पंप जोड़ा गया है.
पैडल दबाने पर पंप पानी को खींचता है. इस तरह जितनी पानी की जरूरत होगी उतनी देर पैडल दबाए रखने पर ही पानी निकलेगा. पैर हटते ही पानी की सप्लाई बंद हो जाएगी. वहीं, गंदे पानी को बाहर निकालने के लिए भी पाइप लगाया गया है, जिससे इस्तेमाल किए जा चुके पानी को गमलों में पहुंचाया जा सके.
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बता दें कि हाथ-मुंह धोने और ब्रश करते वक्त नल को बार-बार खोलना और बंद करना मुश्किल होता है. कई बार बाल्टी में पानी भरते वक्त भी नल खुला ही रह जाता है. इससे पानी की बर्बादी होती है. यही नहीं एक नल को अलग-अलग लोगों के द्वारा छूने से संक्रमण का भी खतरा बना रहता है. ऐसे में यह नल जितनी जरूरत होगी बस उतना ही पानी देगा और इसे हाथ से भी नहीं छूना पड़ेगा. जिससे कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव भी हो सकेगा.