जयपुर. राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा गुरुवार को दिल्ली दौरे (Govind Singh Dotasra delhi visit) पर थे. इस दौरान वे भले ही प्रदेश प्रभारी अजय माकन (Govind Singh Dotasra meet Ajay Maken) और संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल से मिलकर राजस्थान में राजनीतिक नियुक्तियों (Political Appointment in Rajasthan Congress) और संगठन विस्तार को लेकर चर्चा करके आए हों, लेकिन अब चाहे राजनीतिक नियुक्तियां हो या फिर संगठन का विस्तार दोनों ही मामलों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को नए साल यानी 2022 का इंतजार करना होगा.
ऐसे में साफ है कि भले ही 2021 का साल कांग्रेस पार्टी में उलझी हुई राजनीतिक परिस्थितियों को सुलझाने का रहा हो, लेकिन हकीकत यह है कि परिणाम कांग्रेस को केवल मंत्रिमंडल विस्तार (Cabinet expansion in rajasthan) करने की सफलता के तौर पर ही मिला है. वह भी गैर विवादित मंत्रिमंडल विस्तार जिसमें न तो सचिन पायलट को नाराज किया गया और न ही किसी मंत्री को ड्रॉप कर नई नाराजगी ली गई.
हालांकि, कांग्रेस पार्टी ने 13 जिला अध्यक्ष जरूर बनाए, लेकिन वे 13 जिला अध्यक्ष उन जिलों से शामिल थे जहां किसी तरीके का विवाद नहीं है. वहीं, असली माथापच्ची का काम अब किया जाना है जब बाकी बचे जिलाध्यक्ष की घोषणा करनी होगी. यही हालात राजनीतिक नियुक्तियों का है क्योंकि 3 साल से जो कांग्रेस कार्यकर्ता अपने लिए राजनीतिक नियुक्तियों (Political Appointment in Rajasthan Congress) की आस लगाए बैठे थे, उनका 2021 में भी इंतजार पूरा नहीं हुआ.
2022 में भी नेताओं को इस बात का ध्यान रखना होगा कि इसमें नई नाराजगी नहीं हो जाए. ऐसे में कांग्रेस आलाकमान के सामने भी चुनौती है कि गहलोत पायलट के साथ ही राजस्थान के उस कांग्रेसी को भी उसका हक दिलवाए जो चुनाव में अपनी जी जान लगाता है. ऐसे में साफ है कि अब कांग्रेस के इन कार्यकर्ताओं का इंतजार साल 2022 में ही पूरा होगा.
पायलट की भी दिल्ली में माकन से मुलाकात
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के साथ ही दिल्ली में सचिन पायलट ने भी प्रदेश प्रभारी अजय माकन से मुलाकात (Sachin Pilot meet ajay maken) की है. पायलट ने जिला अध्यक्ष के साथ ही राजनीतिक नियुक्तियों में अपने लोगों को समाहित करने की बात अजय माकन के सामने रखी है.