जयपुर. राजस्थान कांग्रेस के महंगाई के खिलाफ 4 सितंबर को दिल्ली में होने वाली रैली को लेकर सोमवार को जयपुर के एक होटल में मंथन किया गया. महंगाई के खिलाफ होने वाली बैठक को (Congress Rally in Delhi) लेकर प्रदेश कांग्रेस की ओर से सभी विधायकों, पदाधिकारियों, जिला अध्यक्षों, राजनीतिक नियुक्तियां पाने वाले नेताओं के साथ ही विधायक और सांसद प्रत्याशियों को भी बुलाया गया. लेकिन इस बैठक में पहुंचने वाले विधायकों की संख्या निर्दलीयों को मिलाकर 40 से 45 के आसपास ही रही. ज्यादातर मंत्री और विधायक इस बैठक से नदारद रहे.
सोमवार को हुई इस बैठक में राजनीतिक नियुक्तियां पाने वाले ज्यादातर नेता पहुंचे (Meeting in Jaipur) थे. राजस्थान कांग्रेस को दिल्ली में होने वाली रैली में करीब 50,000 कार्यकर्ता लेकर जाने हैं. लेकिन बैठक में केसी वेणुगोपाल और प्रदेश प्रभारी अजय माकन के नहीं आने के चलते, विधायकों की संख्या कम रही. इस बैठक मंत्रियों के नदारद रहने के बाद सवाल यह उठता है कि जब विधायक इस बैठक में ही नहीं पहुंचे तो फिर दिल्ली कौन जाएगा?
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विभा माथुर का लिस्ट में नाम नहीं: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री शिवचरण माथुर की नातिन विभा माथुर भी इस बैठक में पहुंची (Rajasthan Congress Meeting) थी. लेकिन बैठक में जाने से पहले उन्हें रोक दिया गया. क्योंकि उनका नाम इनवाइटेड गेस्ट की लिस्ट में नहीं था. इस पर विभा माथुर ने उन्हें बुलाने वाले कांग्रेस पदाधिकारियों से नाराजगी जाहिर की. विभा माथुर ने कहा कि उनके साथ यह तीसरी बार हो रहा है. जब उनका नाम नहीं है तो फिर उन्हें बुलाया ही क्यों जाता है? हालांकि जैसे ही हंगामा बढ़ा, कांग्रेस नेताओं ने उन्हें तुरंत अंदर बुला लिया.
कांग्रेस पार्टी की ओर से महंगाई के विरोध में होने वाली रैली को लेकर लिए बुलाई गई बैठक में आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के साथ ही मंच पर पूर्व अध्यक्ष सचिन पायलट को भी जगह दी गई. पायलट के साथ ही पूर्व अध्यक्ष के तौर पर बीडी कल्ला और एआईसीसी सचिव धीरज गुर्जर को भी मंच पर स्थान दिया गया.