जयपुर. राजस्थान में कांग्रेस पार्टी किसानों के समर्थन में किए जा रहे कार्यक्रमों में तेजी लाने जा रही है. शनिवार को पूरे प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की ओर से स्टेट हाईवे और नेशनल हाईवे पर चक्का जाम किया. राजधानी जयपुर में चाहे दौलतपुरा टोल हो, चौमू का टाटिया वास टोल हो या फिर जयपुर का भागरोटा, हर जगह कांग्रेस कार्यकर्ता किसानों के समर्थन में चक्का जाम करते हुए नजर आए.
हालांकि यह चक्का जाम पूरी तरीके से अहिंसात्मक रहा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने 12 से 3 बजे तक चक्का जाम करने की जगह कुछ देर के लिए ही सांकेतिक चक्काजाम किया, ताकि आमजन को ज्यादा परेशानी का सामना ना करना पड़े. इस दौरान जयपुर के भांकरोटा में हुए प्रदर्शन में बड़ी संख्या में कांग्रेसियों ने भाग तो लिया, लेकिन जब एक एंबुलेंस यहां से निकली तो उसे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने तुरंत निकलने के लिए जगह बनाई.
इसके साथ ही चौमूं में किसान बड़ी संख्या में तिरंगा झंडा लेकर चक्का जाम करते दिखे. वहीं दौलतपुरा टोल नाके पर कांग्रेसियों ने पहले सभा की और फिर कुछ देर के लिए चक्का जाम किया. आज के चक्का जाम के बाद अब कांग्रेस पार्टी किसानों के समर्थन में आंदोलन को तेज करने जा रही है और इसके लिए पूरी फरवरी राजस्थान में किसानों के समर्थन में कार्यक्रम किए जाएंगे.
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प्रदेश अध्यक्ष सिंह डोटासरा ने एक सर्कुलर जारी किया है, जिसके तहत प्रदेश के सभी ब्लॉक कांग्रेस कमेटियों को 10 फरवरी तक किसानों को समर्थन देते हुए जन सम्मेलन आयोजित करने के निर्देश दिए हैं. इन सम्मेलनों में ब्लॉक कांग्रेस कमेटियां खेत मजदूरों को सम्मानित करेंगी और उन किसानों को श्रद्धांजलि देगी, जिन्होंने किसानों के आंदोलन के लिए अपने प्राण न्यौछावर किए.
इसी तरीके से 20 फरवरी तक जिला स्तर पर कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता पद यात्रा निकालते दिखाई देंगे. इसमें देश की सुरक्षा के उल्लंघन की संयुक्त संसदीय समिति की जांच की मांग को लेकर 20 फरवरी को या उससे पहले हर जिले में भारी जनसमूह की प्रतिभागिता के साथ 10 से 20 किलोमीटर लंबी पदयात्रा निकाली जाएगी. वहीं कांग्रेस पार्टी ने फरवरी 28 फरवरी तक राज्य स्तर के जन सम्मेलन आयोजित करने के निर्देश भी दिए हैं. इन सम्मेलनों में प्रदेश के कांग्रेस कार्यकर्ता नेता सभी निर्वाचित सदस्य सहित सांसद विधायक कांग्रेस प्रतिनिधि पार्टी पदाधिकारी शामिल होंगे.
प्रदेश में चक्काजाम की यह रही स्थिति
- प्रदेश के लगभग सभी जिलों में चक्का जाम के दौरान लगी वाहनों की कतार ने आमजन को काफी परेशान किया. हालांकि, इमरजेंसी सर्विस को इस जाम के दौरान छूट दी गई थी. लेकिन, अन्य सभी वाहनों को करीब चार से पांच घंटे तक परेशानी उठानी पड़ी है. आगरा रोड, दिल्ली रोड, अजमेर रोड, टोंक रोड, बीकानेर रोड समेत विभिन्न हाईवे पर जाम के दौरान वाहनों की लंबी कतार देखने को मिली.
- जयपुर शहर में अजमेर और टोंक बाईपास पर किसानों ने कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी भाग लिया. लेकिन, कुछ देर बाद ही अधिकतर कार्यकर्ता धूप से परेशान होकर वापस लौट गए.
- किसान आंदोलन के कारण अलवर के शाहजहांपुर बॉर्डर पर प्रदर्शन लगातार जारी है. इसके आसपास के क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर किसानों ने महापंचायत करते हुए अपना विरोध जताया. अलवर जिले में अलवर-भरतपुर, तिजारा, भिवाड़ी समेत कई मार्गों पर किसानों के चक्का जाम का असर देखने को मिला.
- अलवर और कोटा के कुछ स्थानों पर हाईवे शाम 4 बजे तक जाम रहे. जिससे आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ा. अलवर जिले में कुछ स्थानों पर किसानों ने कंटीली झाड़ियां लगाकर हाईवे को जाम किया तो कहीं किसानों ने वाहनों को बीच में खड़ा कर दिया.
- शेखावटी क्षेत्र के झुंझुनू, सीकर, चूरू सभी स्थानों पर स्टेट से लेकर नेशनल हाईवे पर चक्का जाम का असर नजर आया. अलग-अलग अंदाज में लगाए गए जाम के जरिए किसानों ने तीनों कृषि कानूनों का विरोध किया.
- धौलपुर जिले में भी एनएच 11 बी पर किसानों ने जाम लगाकर विरोध जताया. जाम के दौरान किसान का नेतृत्व बाड़ी विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा समेत अन्य नेताओं ने किया.