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Rajasthan Budget 2021-22: कोरोना से बेपटरी हुए पर्यटन को उबारने के लिए क्या-क्या हुई घोषणाएं - अशोक गहलोत

कोरोना से बेपटरी हुए पर्यटन को उबारने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट में कई बड़ी घोषणाएं की हैं. आगामी वर्ष के पर्यटन विकास कोष में 500 करोड़ रुपए के प्रावधान की घोषणा बजट में की गई है. इसमें 200 करोड़ रुपए प्रदेश के टूरिस्ट डेस्टिनेशन के प्रचार के लिए तो 300 करोड़ रुपए आधारभूत सरंचना और निवेश आदि पर खर्च किए जाएंगे.

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राजस्थान बजट 2021-22
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Published : Feb 24, 2021, 6:57 PM IST

Updated : Mar 2, 2021, 3:00 PM IST

जयपुर. कोरोना में पर्यटन क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. पर्यटन को वापस पटरी पर लाने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कई बड़ी घोषणाएं की. आगामी वर्ष के पर्यटन विकास कोष में 500 करोड़ रुपए के प्रावधान की घोषणा बजट में की गई है. इसमें 200 करोड़ रुपए प्रदेश के टूरिस्ट डेस्टिनेशन के प्रचार के लिए तो 300 करोड़ रुपए आधारभूत सरंचना और निवेश आदि पर खर्च किए जाएंगे.

राजस्थान बजट 2021-22

पढे़ं: Rajasthan Budget 2021: प्रत्येक परिवार को 5 लाख का कैशलेस ​बीमा, राष्ट्रीय कार्डियोलॉजी सेंटर की होगी स्थापना

पर्यटन सर्किट बनाए जाएंगे

वहीं शेखावाटी पर्यटन सर्किट भी विकसित किया जाएगा. जिसमें लोहार्गल, शाकम्भरी माता मंदिर, हर्षनाथ पहाड़ी, जीणमाता मंदिर, नवलगढ़ डूंडलोद, मंडावा लक्ष्मणगढ़, फतेहपुर, रामगढ़ शेखावाटी, महनसर, अलसीसर, मलसीसर, खेतड़ी सम्मलित किए जायेंगे. साथ ही पर्यटन सूचना केंद्र सीकर को पर्यटक स्वागत केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा. वहीं पाली के रणकपुर क्षेत्र, सोनाणा खेतलियाजी मंदिर, जवाई क्षेत्र व बाली दुर्ग, जालोर के सुंधा माता व जालोर दुर्ग, बाड़मेर के आसोतरा, सिरोही के अर्बुदा धाम, अधरदेवी, अचलगढ़, मारकुंडेश्वर धाम, अम्बेश्वर जी व भेरुतारक धाम आदि स्थानों को गोडवाड पर्यटन सर्किट के रूप में विकसित किया जाएगा.

मिड-वे इकाइयों का किया जाएगा जीर्णोद्धार

आरटीडीसी संचालित मिड-वे यात्रियों में काफी लोकप्रिय रहे थे. ऐसे में 7 महत्वपूर्ण मिड-वे इकाइयों बर-पाली, बहरोड़ अलवर, रतनगढ़ चूरू, पोकरण जैसलमेर, फलोदी जोधपुर, देवगढ़ राजसमंद और शाहपुरा जयपुर का 10 करोड़ रुपए की लागत से जीर्णोद्धार कर सुचारू रूप से संचालित किया जाएगा. वहीं राज्य में सर्वधर्म सदभाव को बढ़ावा देने के लिए प्रमुख हिन्दू तीर्थ स्थल चारभुजा, नाथद्वारा राजसमंद, गौतम ऋषि मंदिर सिरोही, पुष्कर अजमेर, कोलायत बीकानेर, खाटू श्याम जी मंदिर सीकर, मेहंदीपुर बालाजी दौसा, डिग्गी कल्याणजी टोंक, प्रमुख जैन तीर्थ स्थल तिजारा अलवर, श्रीमहावीर जी करौली, चमत्कारजी सवाईमाधोपुर, बाड़ा पदमपुरा, सांगानेर जयपुर, देलवाड़ा, अचलगढ़, माउंटआबू सिरोही, रणकपुर पाली, चांदखेड़ी खानपुर झालावाड़, प्रमुख सिख तीर्थस्थलों बुड्ढा जोहढ़ श्रीगंगानगर, नारायला खालसा हेरिटेज कॉम्प्लेक्स जयपुर, पुष्कर अजमेर, गुरुद्वारा श्री कलगीधर बागौर साहिब व मांडल भीलवाड़ा शामिल है.

राजस्थान बजट 2021-22

पढे़ं: Rajasthan Budget 2021 को लेकर अजमेर वासियों ने दी मिलीजुली प्रतिक्रिया

इसके अलावा प्रमुख मुस्लिम तीर्थस्थल सरवाड़ दरगाह अजमेर, दरगाह तन्हा पीर मंडोर जोधपुर, दरगाह कपासन चितौड़, हमीमुद्दीन दरगाह नागौर, मिठ्ठेशाह दरगाह झालावाड़, नरहड़ की दरगाह झुंझनु, हकीम साहब की दरगाह सीकर, मीर कुर्बान अली, दरगाह चारदरवाजा व दरगाह सांभर और जयपुर के धार्मिक पर्यटन सर्किट बनाए जाएंगे, इस पर 100 करोड़ रुपये की लागत आएगी.

बजट के पिटारे में झीलों की नगरी उदयपुर में पर्यटन सुविधाएं आकर्षण के लिए फतेहसागर स्थित नेहरू पार्क, रानी रोड, मायला की गुफा, महाराणा प्रताप शस्त्रागार, गोगुंदा के जीर्णोद्धार व सौन्दर्यकरण कार्यो पर 19 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे. वहीं जोधपुर मेहरानगढ़ किले के अंदर जाने वाले पर्यटकों की सुगम सुविधा के लिए बालसमंद घोड़ा घाटी से मेहरानगढ़ किले तक सड़क निर्माण के लिए 10 करोड़ रुपये खर्च होंगे. साथ ही माचिया किले संरक्षण एवं शहीद स्मारक के विकास के लिए 2 करोड़ की लागत से काम भी करवाएं जाएंगे.

पढे़ं: Rajasthan Budget 2021 : सीएम अशोक गहलोत ने पेश किया बजट, क्या रखा खास पढ़िये एक नजर में

राजस्थान में पर्यटकों के आकर्षण और मनोरंजन के लिए पुष्कर अजमेर स्थित होकर में 90 हैक्टेयर व सूरज कुंड में 150 हैक्टर में टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स के लिए बहुउद्देश्यीय योजना शुरू की जाएगी.देशी-विदेशी पर्यटकों की पसंदीदा जगह जैसलमेर में टूरिस्ट को बढ़ावा देने के लिए ढोलामारु टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स की भी घोषणा की गई. यह कॉम्प्लेक्स मूल सागर, अमर सागर, सम रोड़ पर लगभग 3 हजार 500 बीघा में बनाया जाएगा. इसमें पर्यटकों के आकर्षण व मनोरंजन के लिए रिपोर्ट, मोटल, फॉर्म हाउस आदि स्थापित किए जाएंगे, इसकी डीपीआर के लिए आगामी वित्त वर्ष में 10 करोड़ रुपये खर्च होंगे. साथ ही इसी कॉम्प्लेक्स में राजस्थान फोक एंड आर्ट इंस्टिट्यूट की स्थापना की जायेगी.

धार्मिक स्थलों के लिए घोषणाएं

लक्ष्मणगढ़ सीकर के धार्मिक पर्यटन स्थल सांगलपत्ती आश्राम, कुमास जागरी, गुलाबजति आश्राम गाड़ोदा, गोसाईं मंदिर कटेवा, गोविंद नाथजी का आश्राम हुडवा, भक्त शिरोमणि कर्माबाई के मंदिर घस्सू का बास सहित अन्य के विकास कार्य करवाए जाएंगे. साथ ही पांचोताकुंड नावा, घाट की कुणी जयपुर, सर्वेश्वर मंदिर स्थल बांसवाड़ा, राजा मोरध्वज नगरी गढ़मोर टोडाभीम, जोगणिया माता बेगू चितौड़गढ़, बिजवा माता मंदिर मोदपुर व बर्लेश्वर नीमकाथाना आदि पर्यटन स्थलों के विकास कार्य करवाएं जाएंगे.

प्रदेश में डे टूरिज्म, ग्रामीण टूरिज्म, ट्राइबल टूरिज्म व एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ावा देने के उद्देश्य से वीआबिलिटी गेप फंडिंग योजना लाई जाएगी. इसके अलावा छोटे पर्यटक खीचन, खेजड़ली ओसियां, जोधपुर, भानगढ़, अलवर, सांभर, सामोंद, जयपुर सहित अन्य स्थलों को विकसित करने और मुख्य पर्यटक स्थलों को जोड़ने के लिए लग्जरी टूरिस्ट वाहनों का संग्लन किया जाएगा.

कलाकारों के लिए घोषणाएं

प्रदेश के कलाकारों की सहायता के लिए कलाकार कल्याण कोष में 15 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. राजस्थान को फिल्म डेस्टिनेशन के रूप में प्रमोट करने और राजस्थानी फिल्मों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से फिल्म पर्यटन प्रोत्साहन नीति लागू की जाएगी. इससे राजस्थानी भाषा को भी बढ़ावा मिलेगा. इस नीति के अंर्तगत राजस्थानी फिल्मों के निर्माण के लिए 25 लाख रुपए तक का इंसेंटिव सपोर्ट दिया जाएगा, जो कि पहली बार होगा. साथ ही राजस्थानी फिल्मों के लिए SGST में शत प्रतिशत की छूट भी दी जाएगी. इसके लिए सिंगल विंडो क्लीयरेंस सिस्टम अपनाया जाएगा.

प्रदेशभर के कलाकारों को अपनी कला का प्रदर्शन का अवसर प्रदान करने के लिए सभी जिलों में 30 मार्च को राजस्थान दिवस पर राजस्थान उत्सव का आयोजन किया जाएगा. वहीं राजस्थान की युवा शक्ति को अन्य राज्यों की संस्कृति से रूबरू कराने के लिए प्रदेश के 10,000 प्रतिभाशाली युवाओं, कलाकारों और साहसी खिलाड़ी के लिए नेहरू यूथ कल्चर एक्सपोज़र प्रोग्राम भी चलाया जायेगा.

जयपुर. कोरोना में पर्यटन क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. पर्यटन को वापस पटरी पर लाने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कई बड़ी घोषणाएं की. आगामी वर्ष के पर्यटन विकास कोष में 500 करोड़ रुपए के प्रावधान की घोषणा बजट में की गई है. इसमें 200 करोड़ रुपए प्रदेश के टूरिस्ट डेस्टिनेशन के प्रचार के लिए तो 300 करोड़ रुपए आधारभूत सरंचना और निवेश आदि पर खर्च किए जाएंगे.

राजस्थान बजट 2021-22

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पर्यटन सर्किट बनाए जाएंगे

वहीं शेखावाटी पर्यटन सर्किट भी विकसित किया जाएगा. जिसमें लोहार्गल, शाकम्भरी माता मंदिर, हर्षनाथ पहाड़ी, जीणमाता मंदिर, नवलगढ़ डूंडलोद, मंडावा लक्ष्मणगढ़, फतेहपुर, रामगढ़ शेखावाटी, महनसर, अलसीसर, मलसीसर, खेतड़ी सम्मलित किए जायेंगे. साथ ही पर्यटन सूचना केंद्र सीकर को पर्यटक स्वागत केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा. वहीं पाली के रणकपुर क्षेत्र, सोनाणा खेतलियाजी मंदिर, जवाई क्षेत्र व बाली दुर्ग, जालोर के सुंधा माता व जालोर दुर्ग, बाड़मेर के आसोतरा, सिरोही के अर्बुदा धाम, अधरदेवी, अचलगढ़, मारकुंडेश्वर धाम, अम्बेश्वर जी व भेरुतारक धाम आदि स्थानों को गोडवाड पर्यटन सर्किट के रूप में विकसित किया जाएगा.

मिड-वे इकाइयों का किया जाएगा जीर्णोद्धार

आरटीडीसी संचालित मिड-वे यात्रियों में काफी लोकप्रिय रहे थे. ऐसे में 7 महत्वपूर्ण मिड-वे इकाइयों बर-पाली, बहरोड़ अलवर, रतनगढ़ चूरू, पोकरण जैसलमेर, फलोदी जोधपुर, देवगढ़ राजसमंद और शाहपुरा जयपुर का 10 करोड़ रुपए की लागत से जीर्णोद्धार कर सुचारू रूप से संचालित किया जाएगा. वहीं राज्य में सर्वधर्म सदभाव को बढ़ावा देने के लिए प्रमुख हिन्दू तीर्थ स्थल चारभुजा, नाथद्वारा राजसमंद, गौतम ऋषि मंदिर सिरोही, पुष्कर अजमेर, कोलायत बीकानेर, खाटू श्याम जी मंदिर सीकर, मेहंदीपुर बालाजी दौसा, डिग्गी कल्याणजी टोंक, प्रमुख जैन तीर्थ स्थल तिजारा अलवर, श्रीमहावीर जी करौली, चमत्कारजी सवाईमाधोपुर, बाड़ा पदमपुरा, सांगानेर जयपुर, देलवाड़ा, अचलगढ़, माउंटआबू सिरोही, रणकपुर पाली, चांदखेड़ी खानपुर झालावाड़, प्रमुख सिख तीर्थस्थलों बुड्ढा जोहढ़ श्रीगंगानगर, नारायला खालसा हेरिटेज कॉम्प्लेक्स जयपुर, पुष्कर अजमेर, गुरुद्वारा श्री कलगीधर बागौर साहिब व मांडल भीलवाड़ा शामिल है.

राजस्थान बजट 2021-22

पढे़ं: Rajasthan Budget 2021 को लेकर अजमेर वासियों ने दी मिलीजुली प्रतिक्रिया

इसके अलावा प्रमुख मुस्लिम तीर्थस्थल सरवाड़ दरगाह अजमेर, दरगाह तन्हा पीर मंडोर जोधपुर, दरगाह कपासन चितौड़, हमीमुद्दीन दरगाह नागौर, मिठ्ठेशाह दरगाह झालावाड़, नरहड़ की दरगाह झुंझनु, हकीम साहब की दरगाह सीकर, मीर कुर्बान अली, दरगाह चारदरवाजा व दरगाह सांभर और जयपुर के धार्मिक पर्यटन सर्किट बनाए जाएंगे, इस पर 100 करोड़ रुपये की लागत आएगी.

बजट के पिटारे में झीलों की नगरी उदयपुर में पर्यटन सुविधाएं आकर्षण के लिए फतेहसागर स्थित नेहरू पार्क, रानी रोड, मायला की गुफा, महाराणा प्रताप शस्त्रागार, गोगुंदा के जीर्णोद्धार व सौन्दर्यकरण कार्यो पर 19 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे. वहीं जोधपुर मेहरानगढ़ किले के अंदर जाने वाले पर्यटकों की सुगम सुविधा के लिए बालसमंद घोड़ा घाटी से मेहरानगढ़ किले तक सड़क निर्माण के लिए 10 करोड़ रुपये खर्च होंगे. साथ ही माचिया किले संरक्षण एवं शहीद स्मारक के विकास के लिए 2 करोड़ की लागत से काम भी करवाएं जाएंगे.

पढे़ं: Rajasthan Budget 2021 : सीएम अशोक गहलोत ने पेश किया बजट, क्या रखा खास पढ़िये एक नजर में

राजस्थान में पर्यटकों के आकर्षण और मनोरंजन के लिए पुष्कर अजमेर स्थित होकर में 90 हैक्टेयर व सूरज कुंड में 150 हैक्टर में टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स के लिए बहुउद्देश्यीय योजना शुरू की जाएगी.देशी-विदेशी पर्यटकों की पसंदीदा जगह जैसलमेर में टूरिस्ट को बढ़ावा देने के लिए ढोलामारु टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स की भी घोषणा की गई. यह कॉम्प्लेक्स मूल सागर, अमर सागर, सम रोड़ पर लगभग 3 हजार 500 बीघा में बनाया जाएगा. इसमें पर्यटकों के आकर्षण व मनोरंजन के लिए रिपोर्ट, मोटल, फॉर्म हाउस आदि स्थापित किए जाएंगे, इसकी डीपीआर के लिए आगामी वित्त वर्ष में 10 करोड़ रुपये खर्च होंगे. साथ ही इसी कॉम्प्लेक्स में राजस्थान फोक एंड आर्ट इंस्टिट्यूट की स्थापना की जायेगी.

धार्मिक स्थलों के लिए घोषणाएं

लक्ष्मणगढ़ सीकर के धार्मिक पर्यटन स्थल सांगलपत्ती आश्राम, कुमास जागरी, गुलाबजति आश्राम गाड़ोदा, गोसाईं मंदिर कटेवा, गोविंद नाथजी का आश्राम हुडवा, भक्त शिरोमणि कर्माबाई के मंदिर घस्सू का बास सहित अन्य के विकास कार्य करवाए जाएंगे. साथ ही पांचोताकुंड नावा, घाट की कुणी जयपुर, सर्वेश्वर मंदिर स्थल बांसवाड़ा, राजा मोरध्वज नगरी गढ़मोर टोडाभीम, जोगणिया माता बेगू चितौड़गढ़, बिजवा माता मंदिर मोदपुर व बर्लेश्वर नीमकाथाना आदि पर्यटन स्थलों के विकास कार्य करवाएं जाएंगे.

प्रदेश में डे टूरिज्म, ग्रामीण टूरिज्म, ट्राइबल टूरिज्म व एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ावा देने के उद्देश्य से वीआबिलिटी गेप फंडिंग योजना लाई जाएगी. इसके अलावा छोटे पर्यटक खीचन, खेजड़ली ओसियां, जोधपुर, भानगढ़, अलवर, सांभर, सामोंद, जयपुर सहित अन्य स्थलों को विकसित करने और मुख्य पर्यटक स्थलों को जोड़ने के लिए लग्जरी टूरिस्ट वाहनों का संग्लन किया जाएगा.

कलाकारों के लिए घोषणाएं

प्रदेश के कलाकारों की सहायता के लिए कलाकार कल्याण कोष में 15 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. राजस्थान को फिल्म डेस्टिनेशन के रूप में प्रमोट करने और राजस्थानी फिल्मों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से फिल्म पर्यटन प्रोत्साहन नीति लागू की जाएगी. इससे राजस्थानी भाषा को भी बढ़ावा मिलेगा. इस नीति के अंर्तगत राजस्थानी फिल्मों के निर्माण के लिए 25 लाख रुपए तक का इंसेंटिव सपोर्ट दिया जाएगा, जो कि पहली बार होगा. साथ ही राजस्थानी फिल्मों के लिए SGST में शत प्रतिशत की छूट भी दी जाएगी. इसके लिए सिंगल विंडो क्लीयरेंस सिस्टम अपनाया जाएगा.

प्रदेशभर के कलाकारों को अपनी कला का प्रदर्शन का अवसर प्रदान करने के लिए सभी जिलों में 30 मार्च को राजस्थान दिवस पर राजस्थान उत्सव का आयोजन किया जाएगा. वहीं राजस्थान की युवा शक्ति को अन्य राज्यों की संस्कृति से रूबरू कराने के लिए प्रदेश के 10,000 प्रतिभाशाली युवाओं, कलाकारों और साहसी खिलाड़ी के लिए नेहरू यूथ कल्चर एक्सपोज़र प्रोग्राम भी चलाया जायेगा.

Last Updated : Mar 2, 2021, 3:00 PM IST
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