जयपुर. राजनीति में समय और परिस्थितियों के मुताबिक हर चीज का रंग बदल जाता है. कुछ ऐसा ही भाजपा के खेमे में भी दिखाई दे रहा है. पहले जहां बीजेपी के दुपट्टे (BJP Scarf) में हरा और भगवा या फिर कहे केसरिया रंग होता था, लेकिन अब इस दुपट्टे में से हरा रंग गायब होता (Bjp Color politics) जा रहा है. इसके पीछे अपने सियासी कारण भी हो सकते हैं और नहीं भी, लेकिन पार्टी के भीतर एक चर्चा का विषय जरूर है.
पिछले कुछ महीने में भाजपा के दुपट्टे के रंग में बदलाव (Bjp Color politics) आया है. पहले भाजपा के ध्वज का दुपट्टा पार्टी कार्यकर्ता पहनते थे. जिसमें केसरिया या फिर कहे भगवा और हरा रंग शामिल होता था और कमल का निशान भी रहता था. लेकिन फिर हरा रंग धीरे-धीरे दुपट्टे से गायब (Green color missing from BJP Scarf) होता दिखा. पिछले कुछ बड़े आयोजनों की तस्वीर देखें तो इस बात का अंदाजा साफ तौर पर लग सकता है कि राष्ट्रीय स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक के कार्यक्रमों में नेताओं के दुपट्टे अब पूरी तरह भगवा या फिर केसरिया रंग के हो रहे हैं. आपको कुछ बड़े कार्यक्रमों की तस्वीर हम दिखाते हैं.
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2 माह पहले जयपुर में हुई भाजपा की राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक की इस तस्वीर को देखिए जिसमें पार्टी के सभी राष्ट्रीय नेता और पदाधिकारी मौजूद हैं. लेकिन इनके दुपट्टे और साफे का रंग भगवामय है. इसमें हरा रंग दुपट्टे में कहीं नजर नहीं आ रहा.
हैदराबाद में जुलाई माह में हुई बीजेपी राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक (BJP National Working Committee meeting) में राजस्थान भाजपा से जुड़े वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje), सतीश पूनिया (Satish Poonia), गजेंद्र सिंह शेखावत, राजेंद्र राठौड़, गुलाबचंद कटारिया और पार्टी से जुड़े कुछ अन्य नेता (Rajasthan BJP Leaders) शामिल हुए. उन सभी के दुपट्टे का रंग भगवा (Dupatta color saffron) है. इस दुपट्टे में हरा रंग कहीं पर भी नहीं है. भाजपा मुख्यालय में होने वाली पत्रकार वार्ता में बैठने वाले भाजपा नेताओं के दुपट्टे भी पूरे केसरिया या भगवामय हो रहे हैं.
27 जुलाई को हरियाणा के गुरुग्राम में हुई भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर (BJP National Training Camp) में भी नेताओं का दुपट्टा पूरी तरह भगवा रंग में रंगा है. इसमें भी हरा रंग दिखाई नहीं दे रहा. इसके अलावा बीजेपी में पिछले दिनों हुई सांसदों की बैठक या अन्य बैठकों में भी पार्टी नेताओं के दुपट्टे के साथ ही टोपी तक भगवा रंग में रंगी नजर आई.
हालांकि कुछ दिन पहले बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा की ओर से राजस्थान वक्फ बोर्ड कार्यालय के बाहर किए गए विरोध प्रदर्शन के दौरान मोर्चे से जुड़े बीजेपी नेताओं ने जो दुपट्टा पहना था उसमें हरा और केसरिया दोनों ही कलर थे. लेकिन पार्टी से जुड़े अधिकतर कार्यक्रमों खासतौर पर प्रेस वार्ता के दौरान नेता जो दुपट्टा पहनते हैं उनमें हरा कलर धीरे-धीरे गायब (Green color missing from BJP Scarf) हो रहा है. यही पार्टी के भीतर चर्चा का विषय है.
हरा रंग खुशहाली और प्रगति का है प्रतीकः हरा रंग खुशहाली और प्रगति का प्रतीक माना जाता है. देश के राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे के सबसे नीचे हरा रंग ही आता है, जो विश्वास खुशहाली समृद्धि और प्रगति का प्रतीक माना जाता है. भाजपा के ध्वज में भी दो ही रंग है जिसमें हरा रंग भी शामिल है.
राजनीतिक चश्मे से न देखे कोई, भगवा शौर्य का प्रतीकः भाजपा मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान नेताओं के दुपट्टे के रंग (Green color missing from BJP Scarf) को लेकर जब सवाल पूछा गया तो पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा ने कहा कि भगवा या केसरिया रंग शौर्य का प्रतीक होता है. देश को इस समय शौर्य की जरूरत है. शर्मा ने कहा हम किसी को हटाने का काम नहीं करते बल्कि जोड़ने का काम करते हैं. वही हिंदुत्व की राजनीति से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि बीजेपी सिद्धांतों की राजनीति करती है. बीजेपी न तुष्टिकरण की राजनीति करती है और ना ही समाजवाद और परिवारवाद की राजनीति करती है. क्योंकि हमारे लिए देश प्रमुख है.
कोई प्रतिबंध नहीं, कार्यकर्ता कोई सा भी दुपट्टा पहन सकता हैः वहीं इस बारे में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा प्रदेश महामंत्री हामिद खान मेवाती का साफ कहना है कि केसरिया और हरे रंग वाला दुपट्टा आज भी पार्टी के कार्यक्रमों में इस्तेमाल किया जा रहा है. हालांकि वे यह भी कहते हैं कि पार्टी की ओर से दुपट्टे के रंग को लेकर कोई पाबंदी नहीं है, कार्यकर्ता जिस रंग का चाहे दुपट्टा लगा सकता है. कई बार दुपट्टा जो उपलब्ध होता है, उसे भी पहन लिया जाता है. अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हुसैन खान कहते हैं बीजेपी का जो दुपट्टा है वो कार्यकर्ता अपने हिसाब से लगाते हैं. यदि किसी को केसरिया रंग का दुपट्टा पसंद है तो वो लगा सकता है. खान के अनुसार यह केवल अपने अपने देखने का नजरिया है, पार्टी की ओर से किसी को भी दुपट्टे के रंग को लेकर कोई निर्देश नहीं दिए गए हैं.