ETV Bharat / city

ना कोई सामाजिक संगठन, ना कोई राजनीतिक दल...फिर चल पड़ा सोशल मीडिया पर राजस्थान बंद का संदेश

author img

By

Published : Sep 13, 2022, 5:11 PM IST

Updated : Sep 14, 2022, 12:24 PM IST

ना कोई सामाजिक संगठन और ना कोई राजनीतिक दल, लेकिन एक बार फिर राजस्थान बंद का आह्वान हुआ है. इस बार प्रदेश में गौ वंश में फैली लंपी डिजीज के इलाज में नाकाम रही गहलोत सरकार के खिलाफ राजस्थान बंद का आह्वान किया गया है. जानें क्या है पूरा मामला...

Rajasthan Bandh Message on Social Media
सोशल मीडिया पर राजस्थान बंद का संदेश

जयपुर. एक बार फिर राजस्थान बंद का आह्वान हुआ है, लेकिन इसके पीछे किसी सामाजिक संगठन या राजनीतिक दल का नाम नहीं है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे (Rajasthan Bandh Message on Social Media) इस मैसेज में 15 सितंबर को राजस्थान बंद को अधिक से अधिक सफल बनाने की अपील की जा रही है.

ये वायर हो रहा मैसेज : सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे मैसेज में लिखा है कि 15 सितंबर 2022 को राजस्थान बंद किया जाए. गौ माता के लिए लंपी रोग का इलाज (Effect of Lumpy Disease) नहीं होने के कारण सभी भाइयों से विनती है कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में यह स्टेटस लगाएं, जिससे गौ माता के इलाज के लिए सरकार की तरफ से कोई ठोस कदम बढ़ाया जाए. एक स्टेटस गौ माता के नाम अति आवश्यक है.

इससे पहले भी एट्रोसिटी एक्ट को लेकर हुआ था बंद : ऐसा नहीं है कि यह पहली बार है, जब किसी सामाजिक संगठन या राजनीतिक दल के बगैर बंद का आह्वान हुआ हो. इससे पहले भी एट्रोसिटी एक्ट में हुए बदलाव के विरोध में सामान्य वर्ग की ओर से भारत बंद का आह्वान किया गया था. खास बात यह थी कि उस वक्त भी किसी भी सामाजिक संगठन ने भारत बंद के आह्वान की जिम्मेदारी नहीं ली थी. सिर्फ और सिर्फ सोशल मीडिया के जरिए भारत बंद हुआ था. इसी तरह से इस बार भी सोशल मीडिया के जरिए ही राजस्थान बंद का आह्वान किया जा रहा है.

पढ़ें : प्रदेश में लंपी से 50 हजार गायों की मौत, रोजाना 1200 से 1400 गाएं तोड़ रही दम

50 हजार से गायों की मौत : बात दें कि प्रदेश में लंपी वायरस का कहर लगातार जारी है. प्रदेश में लंपी बीमारी से लाखों गाय संक्रमित हो चुकी हैं. वहीं, हजारों की मौत हो चुकी है. राज्य सरकार के आंकड़ों की बात की जाए तो यहां 50 हजार से अधिक गायें लंपी बीमारी से संक्रमित होकर (Cow Death in Rajasthan) मौत का शिकार हुई हैं. हालांकि, जानकारों को मानें तो गौ वंश की लंपी बीमारी से मौत के आंकड़े एक लाख को पार हो चुके हैं. सरकार के पास दूर-दराज गांव के आंकड़े नहीं पहुंच पा रहे हैं. लंपी के रोकथाम के लिए गायों को गोट पॉक्स वैक्सीन लगाई जा रही है. साथ ही अन्य गाइडलाइन भी जारी किए गए हैं.

लंपी से निजात के लिए हवन : लंपी वायरस से निजात के लिए हेरिटेज निगम में मंगलवार को फिर से हवन हुआ. निगम मुख्यालय में महापौर मुनेश गुर्जर ने इस यज्ञ में आहूतियां दी और ईश्वर से इस महामारी से निजात के लिए प्रार्थना की. वहीं, राजधानी में बढ़ते लंपी वायरस के मामला को लेकर अब हेरिटेज नगर निगम संसाधन भी बढ़ाए जा रहे हैं. निगम की पशु नियंत्रण शाखा में 6 अतिरिक्त कर्मचारी लगाने के साथ-साथ तीन एंबुलेंस और पिंजरों की संख्या भी बढ़ाई गई है. साथ ही हाइपोक्लोराइड का छिड़काव भी करवाया जा रहा है. इसके साथ ही महापौर ने लंपी संक्रमित गायों की सर्वे रिपोर्ट भी मांगी है.

जयपुर. एक बार फिर राजस्थान बंद का आह्वान हुआ है, लेकिन इसके पीछे किसी सामाजिक संगठन या राजनीतिक दल का नाम नहीं है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे (Rajasthan Bandh Message on Social Media) इस मैसेज में 15 सितंबर को राजस्थान बंद को अधिक से अधिक सफल बनाने की अपील की जा रही है.

ये वायर हो रहा मैसेज : सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे मैसेज में लिखा है कि 15 सितंबर 2022 को राजस्थान बंद किया जाए. गौ माता के लिए लंपी रोग का इलाज (Effect of Lumpy Disease) नहीं होने के कारण सभी भाइयों से विनती है कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में यह स्टेटस लगाएं, जिससे गौ माता के इलाज के लिए सरकार की तरफ से कोई ठोस कदम बढ़ाया जाए. एक स्टेटस गौ माता के नाम अति आवश्यक है.

इससे पहले भी एट्रोसिटी एक्ट को लेकर हुआ था बंद : ऐसा नहीं है कि यह पहली बार है, जब किसी सामाजिक संगठन या राजनीतिक दल के बगैर बंद का आह्वान हुआ हो. इससे पहले भी एट्रोसिटी एक्ट में हुए बदलाव के विरोध में सामान्य वर्ग की ओर से भारत बंद का आह्वान किया गया था. खास बात यह थी कि उस वक्त भी किसी भी सामाजिक संगठन ने भारत बंद के आह्वान की जिम्मेदारी नहीं ली थी. सिर्फ और सिर्फ सोशल मीडिया के जरिए भारत बंद हुआ था. इसी तरह से इस बार भी सोशल मीडिया के जरिए ही राजस्थान बंद का आह्वान किया जा रहा है.

पढ़ें : प्रदेश में लंपी से 50 हजार गायों की मौत, रोजाना 1200 से 1400 गाएं तोड़ रही दम

50 हजार से गायों की मौत : बात दें कि प्रदेश में लंपी वायरस का कहर लगातार जारी है. प्रदेश में लंपी बीमारी से लाखों गाय संक्रमित हो चुकी हैं. वहीं, हजारों की मौत हो चुकी है. राज्य सरकार के आंकड़ों की बात की जाए तो यहां 50 हजार से अधिक गायें लंपी बीमारी से संक्रमित होकर (Cow Death in Rajasthan) मौत का शिकार हुई हैं. हालांकि, जानकारों को मानें तो गौ वंश की लंपी बीमारी से मौत के आंकड़े एक लाख को पार हो चुके हैं. सरकार के पास दूर-दराज गांव के आंकड़े नहीं पहुंच पा रहे हैं. लंपी के रोकथाम के लिए गायों को गोट पॉक्स वैक्सीन लगाई जा रही है. साथ ही अन्य गाइडलाइन भी जारी किए गए हैं.

लंपी से निजात के लिए हवन : लंपी वायरस से निजात के लिए हेरिटेज निगम में मंगलवार को फिर से हवन हुआ. निगम मुख्यालय में महापौर मुनेश गुर्जर ने इस यज्ञ में आहूतियां दी और ईश्वर से इस महामारी से निजात के लिए प्रार्थना की. वहीं, राजधानी में बढ़ते लंपी वायरस के मामला को लेकर अब हेरिटेज नगर निगम संसाधन भी बढ़ाए जा रहे हैं. निगम की पशु नियंत्रण शाखा में 6 अतिरिक्त कर्मचारी लगाने के साथ-साथ तीन एंबुलेंस और पिंजरों की संख्या भी बढ़ाई गई है. साथ ही हाइपोक्लोराइड का छिड़काव भी करवाया जा रहा है. इसके साथ ही महापौर ने लंपी संक्रमित गायों की सर्वे रिपोर्ट भी मांगी है.

Last Updated : Sep 14, 2022, 12:24 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.