जयपुर. प्रदेश में कोरोना संक्रमण तेजी से पैर पसार रहा है. कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 27 हजार के पार जा पहुंची है. इस बीच माध्यमिक शिक्षा निदेशालय की ओर से निकाले गए एक फरमान पर सवाल खड़े हो रहे हैं.
दरअसल, माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने ब्लॉक स्तर पर स्थित राजकीय महात्मा गांधी विद्यालय और अन्य राजकीय इंग्लिश मीडियम स्कूलों में कक्षा 1 से 8 के लिए प्रवेश कार्यक्रम जारी किया है. जिसके तहत 20 जुलाई से 30 जुलाई तक प्रवेश के लिए आवेदन पत्र लेने की समयावधि निर्धारित की है. वहीं, प्राप्त आवेदनों की सूची 31 जुलाई को नोटिस बोर्ड पर चस्पा की जाएगी. इसके बाद 2 अगस्त को लॉटरी निकाली जाएगी और 4 अगस्त को नव प्रवेशित विद्यार्थियों की सूची विद्यालय के नोटिस बोर्ड पर चस्पा की जाएगी.
इसी आदेश में 5 अगस्त से कक्षाएं शुरू किए जाने का भी निर्देश दिए गए हैं, जिस पर फिलहाल सवाल खड़े हो रहे हैं. जहां एक ओर कोरोना संक्रमण फैल रहा है और केंद्र सरकार ने सभी शिक्षण संस्थानों को बंद रखने के निर्देश दे रखे हैं. उस बीच माध्यमिक शिक्षा निदेशालय की ओर से जारी इस आदेश के क्या मायने हैं.
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इसी आदेश में सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को मीडियम बदलने और टीसी लेने का विकल्प भी दिया गया है. उसी के अनुसार सीटों का वर्गीकरण कर लॉटरी के माध्यम से नए प्रवेश करने संबंधी सूचना प्रेषित की गई है. ऐसे में हजारों की संख्या में छात्रों के स्कूल पहुंचने से सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं होने का भी डर है.
वहीं, शिक्षक संगठनों ने इन स्कूलों में स्टाफ के लिए साक्षात्कार हुए 28 दिन बीत जाने और अब तक चयन आदेश जारी नहीं करने पर भी सवाल उठाए. जबकि करीब 35 महात्मा गांधी विद्यालय में अब तक प्रधानाचार्य भी नहीं लगाए गए हैं.