जयपुर. जयपुर संभागीय आयुक्त डाॅ. समित शर्मा ने मंगलवार को वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जयपुर संभाग के सभी जिलों में स्थापित ई-मित्र प्लस मशीन और ई-मित्र कियोस्क की उपयोगिता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए और ग्रामीण विकास और पंचायतीराज विभाग की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की. साथ ही उन्होंने ठोस तरल कचरा प्रबंधन, प्रधानमंत्री आवास योजना, नरेगा, सम्पर्क पोर्टल, पेंशन स्कीम पर विस्तार से चर्चा की.
गौरतलब है कि संभागीय आयुक्त ने पिछले माह जयपुर संभाग के पांच अलग-अलग जिलों में आवंटित सभी 2995 ई-मित्र प्लस मशीनों को इन्स्टाॅल करने और उन सभी के निरीक्षण कराने के निर्देश दिए. उन्होंने सभी मशीनों को आमजन के उपयोग के लिये काम में लेने के निर्देश भी दिये थे. इसकी अनुपालना में सूचना प्रौद्योगिकी विभाग और ग्रामीण विकास और पंचायतीराज विभाग ने सभी मशीनों को इन्स्टाॅल कर दिया है. 2621 ई-मित्र प्लस मशीनों के निरीक्षण और मरम्मत का कार्य भी पूर्ण हो गया है और कुल 2939 मशीनों के माध्यम से ट्रांजेक्शन किया जाना भी सुनिश्चित किया है.
डाॅ. शर्मा की ओर से जयपुर संभाग में स्थापित कुल 2995 ई-मित्र प्लस मशीनों के निरीक्षण और जियो टैगिंग और उन पर किए जा रहे ट्रांजैक्शन की स्थिति की समीक्षा की गई. जिन जिलों में कमजोर स्थिति दिखी उनमें प्रगति लाने के लिए निर्देशित किया गया और बेहतर कार्य करने वाले जिलों की सराहना की गई. चर्चा के दौरान शर्मा ने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए.
डाॅ. शर्मा ने वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संभाग के समस्त जिलों के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, उपखण्ड अधिकारी, तहसीलदार, बीडीओ, ग्राम विकास अधिकारी, ई-मित्र कियोस्कधारी आदि से वर्तमान में ई-मित्र प्लस मशीन और ई-मित्र कियोस्क के सफल संचालन, रख-रखाव, आमजन को दी जा रही सुविधाओं के बारे में विस्तार से चर्चा की.
शर्मा ने संबंधित अधिकारियों से कहा कि जयपुर संभाग को ई-गर्वेनेस में अव्वल बनाना है. इसके लिए सभी को समन्वय कर प्रयास किये जाने की आवश्यकता है. उन्होंने बताया कि ई-गर्वेनेंस आमजन के हित के लिये है और एक अच्छी गर्वेनेंस के लिये ई-गर्वेनेंस अहम कड़ी है, इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए. राजीव गांधी सेवा केन्द्र में लगी हुई ई-मित्र प्लस मशीन की उपयोगिता सुनिश्चित की जाए. शर्मा ने पेंशन स्कीम के तहत किए गए कार्यों के लिए अलवर जिले की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि सभी सीईओ एवं बीडीओ मासिक प्रगति रिपोर्ट कार्ड दे जिससे स्वस्थ प्रतिस्पर्धा बनी रहेगी और योजनाओं के बेहतर कियान्वयन के प्रयास किए जाने चाहिए.
ई-गर्वेनेंस के लिए अच्छा कार्य करने वाले होंगे सम्मानित
संभागीय आयुक्त डाॅ. शर्मा ने सभी अधिकारियों से कहा कि ई-मित्र प्लस मशीनों के संचालन और उपयोगिता के बारे में ग्राम सभा में आमजन को जानकारी दी जानी चाहिए. ई-मित्र कियोस्क एवं ई-मित्र प्लस पर उपलब्ध सेवाओं की जानकारी की सुनिश्चिता की जाए. साथ ही ग्राम विकास अधिकारियों को ई-मित्र प्लस मशीनों का नोडल अधिकारी नियुक्त करने के लिए ब्लाॅक विकास अधिकारी को निर्देश दिया गया. अन्य विभागों में स्थापित मशीनों के उपयोग के लिए उन विभागों के निजी कार्मिक का नोडल अधिकारी नियुक्त करने के लिए निर्देशित किया गया. प्रत्येक ई-मित्र कियोस्क के बाहर खुलने और बंद होने का समय सूचना पट्ट पर लिखा जाना आवश्यक है. उन्होंने निर्देश दिया कि ई-मित्र कियोस्क के बाहर उन सेवाओं के नाम भी लिखे जाने चाहिए जिन सेवाओं की आमजन को उपलब्धता है. जिससे राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ आमजन तक पहुंचे. शर्मा ने इस अवसर पर ई-गर्वेनेंस के तहत अच्छा कार्य करने वाले कार्मिकों को प्रोत्साहन स्वरूव 15 अगस्त व 26 जनवरी पर ई-गर्वेनेंस अवार्ड से पुरस्कृत किये जाने की भी बात कही.