जयपुर. जोधपुर में हुई हिंसा के मामले में भाजपा ने जिला स्तर पर विरोध-प्रदर्शन (Protest in Jaipur) करना शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में गुरुवार को जयपुर कलेक्टर सर्किल पर जयपुर शहर, देहात, दक्षिण और उत्तर से जुड़े भाजपा कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया और कलेक्टर को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपकर हस्तक्षेप की मांग की. इस दौरान भाजपा नेताओं ने गहलोत सरकार पर तुष्टीकरण का आरोप लगाया और यह तक कह दिया कि जिस तरह राजस्थान से गिद्ध गायब हुए, उसी तरह कांग्रेस भी गायब होगी.
भाजपा के विरोध-प्रदर्शन के दौरान (BJP Protest Against Jodhpur Violence) कार्यकर्ताओं ने पहले धरना दिया और फिर कलेक्टर परिसर के गेट पर जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया. इस दौरान जयपुर शहर सांसद रामचरण बोहरा, जिला अध्यक्ष राघव शर्मा, जितेंद्र शर्मा और रामानंद गुर्जर के साथ ही विधायक रामलाल शर्मा, पूर्व विधायक मोहनलाल गुप्ता और पूर्व महापौर शील धाभाई सहित कई नेता और पदाधिकारी मौजूद रहे. लेकिन विधायक कालीचरण सराफ, नरपत सिंह राजवी और अशोक लाहोटी इस विरोध-प्रदर्शन कार्यक्रम में नजर नहीं आए.
वहीं, भाजपा नेताओं का आरोप है कि जोधपुर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का गृह जिला है और खुद गृह विभाग की जिम्मेदारी भी मुख्यमंत्री के कंधों पर ही है. बावजूद इसके, प्रदेश में लगातार सांप्रदायिक तनाव और हिंसा की घटनाएं हो रही हैं, लेकिन मुख्यमंत्री दंगों की घटनाओं को दंगा ही नहीं मानते. भाजपा प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि (BJP Alleged Gehlot Government) सरकार की तुष्टीकरण की नीति के चलते तमाम घटनाएं हो रही हैं. भाजपा ने जोधपुर में हुई हिंसा के दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने और मामले की न्यायिक जांच करने की मांग की.
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गौरतलब है कि ईद पर्व और उसके एक दिन पूर्व (Jodhpur Eid Clash Reason) जोधपुर में सांप्रदायिक हिंसा और तनाव की स्थिति बन गई थी. इस दौरान पत्थरबाजी, लाठी-भाटा जंग और हथियारों से भी हमला हुआ. हिंसा जोधपुर में हुई जो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का गृह जिला है. लिहाजा विपक्ष के नाते भाजपा ने इसे सियासी मुद्दा बनाते हुए राजनीतिक रंग भी दे दिया.