जयपुर. देश में अब प्राइवेट ट्रेनें भी दौड़ती हुई नजर आएंगी. पूरे देश में करीब 224 प्राइवेट ट्रेनों को चलाए जाने की मंजूरी दी गई है. इन ट्रेनों को राज्यवार बांटा जा रहा है. राजस्थान में करीब 10 जोड़ी ट्रेनें चलाई जाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है.
इन चार शहरों से चलेंगी ट्रेन
जानकारी के मुताबिक राजस्थान में जयपुर से मुंबई, दिल्ली, जैसलमेर और वैष्णो देवी के लिए प्राइवेट ट्रेनें चलाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है. प्रदेश में करीब 9 शहरों के बीच ट्रेनें चलाई जाएगी. इसके साथ ही अजमेर, कोटा और जोधपुर से भी प्राइवेट ट्रेन चलाई जाएगी. इन सभी मार्गों पर ट्रेन चलाने के लिए प्राइवेट कंपनियों को आरएफक्यू जारी किया गया है.
कंपनी तय करेगी स्टोपेज
राजस्थान में ट्रेन चलाने वाली प्राइवेट कंपनी को रेलवे को करीब 2300 करोड़ रुपए का भुगतान करना होगा, जिसके बाद प्राइवेट कंपनी अपना मुनाफा कमाएगी. प्राइवेट कंपनियों के मुनाफे के लिए रेलवे ने उसे किराया तय करने का अधिकार दिया है. इसके साथ ही ट्रेनों के स्टॉपेज भी प्राइवेट कंपनी की ओर से ही तय किए जा सकेंगे.
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जानकारी के मुताबिक प्राइवेट ट्रेनों का किराया हवाई जहाज से किराए से कम होगा, लेकिन सामान्य ट्रेनों से अधिक होगा किराए का फैसला प्राइवेट कंपनी ही करेगी. कंपनी नॉन टिकटिंग रेवेन्यू पर ज्यादा फोकस कर सकती है. ऐसे में हाइजेनिक कैटरिंग सर्विस, ऑन डिमांड फूड जैसे चार्ज वसूल करेगी. ट्रेन के अंदर सीट अलॉटमेंट में भी अतिरिक्त चार्ज वसूला जाएगा. इससे यात्रियों की जेब पर भार पड़ेगा.
यात्रियों की जेब पर पड़ सकता है अतिरिक्त भार
प्राइवेट कंपनी द्वारा अतिरिक्त चार्ज वसूलने से यात्रियों को नुकसान होगा. यानि कि कुल मिलाकर प्राइवेट ट्रेनों से यात्रियों की यात्रा महंगी हो जाएगी. रेलवे यात्रा का सबसे सस्ता और सुगम साधन माना जाता है, जिसे प्राइवेट हाथों में देने से गरीब लोगो की यात्रा भी मुश्किल हो जाएगी.