जयपुर. उत्तर भारत में राजस्थान, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में रविवार को बिजली का कहर बरपा. आकाशीय बिजली (Lightning Strike) गिरने से कई लोगों की जान चली गई. देश में रविवार को आई प्राकृतिक आपदा से राजस्थान भी अछूता नहीं रहा. राजस्थान में आकाशीय बिजली (Lightning Strike in Rajasthan) गिरने से 9 बच्चों समेत 22 लोगों की मौत हो गई.
इसी बीच, आकाशीय बिजली से जान गंवाने वाले लोगों को लेकर गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) का एक ट्वीट राजस्थान में चर्चा का विषय बना हुआ है. ट्वीट में उन्होंने उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में आकाशीय बिजली (Lighting Strike in MP and UP) से जान गंवाने वाले लोगों के निधन पर संवेदना जताई है, लेकिन अपने ट्वीट (Tweet) में उन्होंने राजस्थान का जिक्र नहीं किया है.
इस ट्वीट को लेकर राजस्थान कांग्रेस (Rajasthan Congress) के नेताओं ने कड़ी आपत्ति जताते हुए इसे अमित शाह की संघ की सोच बताया है. राजस्थान कांग्रेस के सचिव जसवंत गुर्जर ने कहा कि रविवार को देश के विभिन्न राज्यों में प्राकृतिक आपदा के कारण कई लोगों की जान गई, जिसमें राजस्थान में सबसे ज्यादा जान माल का नुकसान हुआ.
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जसवंत गुर्जर ने कहा कि राजस्थान में 20 से ज्यादा लोगों की जान गई और कई लोग घायल हुए, लेकिन देश के गृह मंत्री का ट्वीट मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) और उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के लिए आता है. गुर्जर ने कहा कि देश के गृह मंत्री उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के लिए ट्वीट कर सकते हैं, लेकिन राजस्थान के लिए नहीं कर सकते हैं.
इसका मतलब साफ है कि जो शिक्षा उन्होंने संघ से ली है, यह उसी मानसिकता को दर्शाता है. देश के गृह मंत्री जो भाजपा के नेता हैं, उनका यह ट्वीट बताता है कि वे जो काम करेंगे वह वोट बैंक की के लिए करेंगे. उनके लिए किसी के लिए कोई संवेदना नहीं है.
राजस्थान कांग्रेस के सचिव जसवंत गुर्जर ने कहा कि एक ओर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने कल ही आपदा कोष में मिलने वाली सहायता राशि में बढ़ोतरी कर 5 लाख रुपए कर दिया है, लेकिन देश के गृह मंत्री राजस्थान के लोगों की सहायता तो दूर की बात सिर्फ और सिर्फ संवेदना ट्वीट भी नहीं कर सके.