जयपुर. दलहन और तिलहन की खरीद सीमा बढ़ाए जाने की मांग को लेकर दूदू से शुरू हुआ किसानों का दिल्ली कूच कुछ ही किलोमीटर बाद महला में आकर अटक गया. स्थानीय पुलिस-प्रशासन ने किसान महापंचायत के बैनर तले दिल्ली की ओर कूच कर रहे किसानों को महला में ही रोक लिया. करीब 2 घंटे तक चले विवाद के बाद किसानों ने स्थानीय प्रशासन को मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा.
रविवार सुबह करीब 9 बजे महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली के जरिए इस कूच में शामिल हुए. कुछ किलोमीटर तक चलने के बाद अलग-अलग गांव से किसान इस आंदोलन में शामिल होते रहे. ऐसी स्थिति में हाईवे की सर्विस लाइन में ट्रैक्टरों की लंबी कतार लग गई.
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वहीं, जब इसकी सूचना स्थानीय प्रशासन को मिली तो उन्होंने बगरू से पहले महला में ही इन किसानों को रोक दिया. 2 घंटे तक इस पर विवाद भी चला जिसके बाद किसानों ने प्रशासनिक अधिकारियों को ही अपना ज्ञापन सौंपा. महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट ने आरोप लगाया कि सरकारों की हठधर्मिता के चलते किसान परेशान हैं.
किसान नेता जाट के अनुसार इस बार चने की बंपर पैदावार हुई है, लेकिन खरीद की सीमा 25 फीसदी होने के चलते किसानों मजबूर हैं. रामपाल जाट ने कहा कि इस मांग के समर्थन में दिल्ली में प्रधानमंत्री से मुलाकात कर ज्ञापन देना चाहते थे, क्योंकि खरीद की सीमा बढ़ाना केंद्र सरकार के क्षेत्राधिकार में है. लेकिन किसानों के हित की ओर कोई भी सरकार ध्यान नहीं दे रही है.