जयपुर. राजस्थान में सरकार गिराने की साजिश को लेकर भाजपा सबसे पहले आरोप लगाने वाले प्रदेश के पीएचइडी मिनिस्टर महेश जोशी ने एक बार फिर देश के गृह मंत्री अमित शाह (mahesh joshi allegation to amit shah) पर उंगली उठाई है. उन्होंने अमित शाह पर राजस्थान की सरकार गिराने का प्रयास करने के आरोप लगाए हैं. इससे राजनीतिक हलचल एक बार फिर तेज हो गई है.
हालांकि अब महेश जोशी का यह कहना है कि अमित शाह और भाजपा यह समझ चुके हैं कि राजस्थान में कांग्रेस के विधायक एकजुट हैं. ऐसे में अब वह प्रदेश में सरकार गिराने में सक्षम नहीं हैं. यही कारण है कि अब अमित शाह और भाजपा सरकार गिराने की बजाय 2023 के विधानसभा चुनाव पर फोकस करने में लगे हैं. महेश जोशी ने कहा कि जनता ने जो रिजल्ट भाजपा को उपचुनाव में दिए हैं और 8 उपचुनाव में से 6 में कांग्रेस को जीत मिली है, उसके बाद अब भाजपा को 2023 के चुनाव तो भूल ही जाना चाहिए और 2028 के चुनाव की तैयारी में जुटना चाहिए.
महेश जोशी ने कहा कि वैसे तो भारतीय जनता पार्टी (phed minister allegation on bjp) अपने गलत इरादों को कभी नहीं छोड़ सकती. गृहमंत्री तो हमेशा सरकार गिराने के प्रयास में रहते हैं. अमित शाह का बस चले तो वह आज ही राजस्थान की सरकार को बर्खास्त कर दें, लेकिन अब वह समझ चुके हैं कि राजस्थान में कांग्रेस पार्टी एकजुट है और जनता के भी सब समझ चुकी है.
हाथ जोड़कर जनता से अपील करें कोविड प्रोटोकॉल का पालन
राजस्थान में एक बार फिर कोविड का असर दिखाई देने पर लगा है और बढ़ते ओमीक्रोम के मामले ने चिंता और बढ़ा दी है. यही कारण है कि राजस्थान के मंत्री महेश जोशी ने आम जनता से हाथ जोड़कर अपील की है कि नए साल और क्रिसमस के त्योहार पर अनावश्यक भीड़ न एकत्र करें.