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SPECIAL: कोरोना ने बदल दी जयपुर एयरपोर्ट की सूरत, यात्रियों की आवाजाही पहले की तुलना में बेहद कम

कोरोना के चलते देश की अर्थव्यवस्था गड़बड़ा गई है और इसका असर ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट पर भी देखने को मिला है. क्योंकि सड़क मार्ग से लेकर हवाई मार्ग अभी तक सुचारू रूप से शुरू नहीं हो पाया है. वहीं यात्री भी हवाई यात्रा करने में रूचि नहीं दिखा रहे हैं. पिछले साल की तुलना में इस साल जयपुर एयरपोर्ट की रैंक भी गिरी है. कई शहरों की फ्लाइट बंद होने के साथ यात्री भार में भी गिरावट आई है.

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लॉकडाउन के बाद बदली एयरपोर्ट की सूरत
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Published : Aug 27, 2020, 10:10 PM IST

जयपुर. कोरोना का संक्रमण हर तरफ बना हुआ है और बढ़ते प्रकोप के चलते देश भर की अर्थव्यवस्था भी गड़बड़ा गई है. साथ ही कोरोना वायरस का सबसे बड़ा असर ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट पर देखने को मिला है. क्योंकि हवाई मार्ग से लेकर यातायात मार्ग भी अभी तक सही नहीं हो पाया है.

लॉकडाउन के बाद बदली एयरपोर्ट की सूरत

हवाई मार्ग की बात की जाए तो 25 मई से देश भर में डोमेस्टिक फ्लाइटस का संचालन शुरू किया गया था. लेकिन 25 मई को पहले ही दिन जयपुर एयरपोर्ट से 20 फ्लाइट में से 12 फ्लाइट रद्द कर दी गई थी. महज आठ फ्लाइट ने उड़ान भरी थी. इसके साथ ही एयरलाइंस के द्वारा कई और रूटों पर भी फ्लाइट संचालन को लेकर प्लान दिए गए थे. लेकिन यात्री भार नहीं होने की वजह से कई मार्गों की फ्लाइट्स को आखिरकार बंद करना पड़ गया था.

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यात्रियों में हवाई यात्रा को लेकर कम रहा उत्साह

इसके साथ ही यात्रियों में हवाई यात्रा को लेकर उत्साह की बात की जाए तो, वह भी काफी कम देखने को मिला. क्योंकि जयपुर एयरपोर्ट से रोजाना फ्लाइट्स की संख्या की बात की जाए तो रोजाना औसतन चार से पांच फ्लाइट जयपुर एयरपोर्ट से रद्द रहती हैं. ऐसे में दो दर्जन से अधिक ही फ्लाइट संचालित हो पा रही है. क्योंकि लॉकडाउन से पहले जयपुर एयरपोर्ट से 63 फ्लाइट का संचालन किया जाता था. लेकिन लॉकडाउन के बाद यह घटकर 20 के अंदर ही आ गया है. वहीं हवाई यात्रा में यात्रियों ने भी कम उत्साह दिखाया है. क्योंकि जयपुर एयरपोर्ट से जून 2019 की तुलना में इस बार 80 फीसदी कम यात्री भार भी रहा था. वहीं फ्लाइट का संचालन भी 70 प्रतिशत तक घट गया. यात्री भार के लिहाज से जयपुर एयरपोर्ट की रैंक भी 14वें स्थान पर आई.

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जहां की उड़ानें हुईं रद्द, वहीं के टिकट किए बुक

25 मई से लॉकडाउन के बाद अनलॉक में दोबारा से डोमेस्टिक फ्लाइट का संचालन शुरू हो गया था. वहीं 25 मई से जयपुर एयरपोर्ट से उदयपुर, सूरत, जालंधर और अमृतसर की फ्लाइट संचालित की गई थीं. लेकिन 25 मई से लेकर 20 जुलाई तक यह फ्लाइट एक बार भी संचालित नहीं हो पाई. क्योंकि इनके अंतर्गत यात्री भार भी नहीं था. लेकिन एयरलाइंस कंपनियों के द्वारा रोजाना इन शहरों के लिए टिकट भी बुक किए जाते थे, जिससे यात्रियों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.

अभी तक 2.5 लाख यात्रियों ने की यात्रा

जयपुर एयरपोर्ट के द्वारा जारी किए गए आंकड़ों को देखें तो अभी भी यात्री यात्रा करने से कतरा रहे हैं. जंहा लॉकडाउन से पहले जयपुर एयरपोर्ट पर हर महीने चार से पांच लाख यात्री यात्रा करते थे, तो वहीं अब उसमें भारी गिरावट दर्ज की जा रही है. अभी तक के आंकड़ों की बात करें तो 25 मई से 27 अगस्त के बीच जयपुर एयरपोर्ट से करीब 2.5 लाख यात्रियों ने यात्रा कि है, जो कि पहले की तुलना में काफी कम है.

यह भी पढ़ेंः स्पेशल: 'वेस्ट को बेस्ट' बनाने का नायाब तरीका...बिना लागत तैयार कर दिए 2 हजार नीम के पौधे

केंद्र के गाइडलाइन की कुछ यूं हो रही पालना

  • जयपुर एयरपोर्ट पर केंद्र के गाइडलाइन की पालना की जा रही है.
  • किराए के लिए उड़ानों को 7 ब्लॉक्स में बांटा गया है.
  • इन्हीं ब्लॉक्स के आधार पर अधिकतम और न्यूनतम किराया का निर्धारण भी किया गया है.
  • पहले ब्लॉक में 40 मिनट से कम अवधि की डोमेस्टिक फ्लाइट्स के लिए मिनिमम किराया 2 हजार और अधिकतम किराया 6 हजार तय किया गया है.
  • 40 से 60 मिनट तक के लिए मिनिमम किराया 2 हजार 500 से लेकर अधिकतम किराया 7 हजार 500 रखा गया है.
  • 60 मिनट से लेकर 90 मिनट तक की फ्लाइट के लिए मिनिमम किराया 3 हजार और अधिकतम किराया 9 हजार तक रखा गया है.
  • 90 मिनट से 120 मिनट तक के लिए यह लिमिट 3 हजार 500 से लेकर 10 हजार तक रखी गई है.
  • 120 मिनट से 150 मिनट तक की अवधि के लिए किराया 4 हजार 500 से लेकर 13 हजार के बीच निर्धारित किया गया है.
  • 150 मिनट के लिए न्यूनतम किराया 5 हजार से लेकर अधिकतम किराया 15 हजार 700 रखा गया है.

जयपुर. कोरोना का संक्रमण हर तरफ बना हुआ है और बढ़ते प्रकोप के चलते देश भर की अर्थव्यवस्था भी गड़बड़ा गई है. साथ ही कोरोना वायरस का सबसे बड़ा असर ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट पर देखने को मिला है. क्योंकि हवाई मार्ग से लेकर यातायात मार्ग भी अभी तक सही नहीं हो पाया है.

लॉकडाउन के बाद बदली एयरपोर्ट की सूरत

हवाई मार्ग की बात की जाए तो 25 मई से देश भर में डोमेस्टिक फ्लाइटस का संचालन शुरू किया गया था. लेकिन 25 मई को पहले ही दिन जयपुर एयरपोर्ट से 20 फ्लाइट में से 12 फ्लाइट रद्द कर दी गई थी. महज आठ फ्लाइट ने उड़ान भरी थी. इसके साथ ही एयरलाइंस के द्वारा कई और रूटों पर भी फ्लाइट संचालन को लेकर प्लान दिए गए थे. लेकिन यात्री भार नहीं होने की वजह से कई मार्गों की फ्लाइट्स को आखिरकार बंद करना पड़ गया था.

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यात्रियों में हवाई यात्रा को लेकर कम रहा उत्साह

इसके साथ ही यात्रियों में हवाई यात्रा को लेकर उत्साह की बात की जाए तो, वह भी काफी कम देखने को मिला. क्योंकि जयपुर एयरपोर्ट से रोजाना फ्लाइट्स की संख्या की बात की जाए तो रोजाना औसतन चार से पांच फ्लाइट जयपुर एयरपोर्ट से रद्द रहती हैं. ऐसे में दो दर्जन से अधिक ही फ्लाइट संचालित हो पा रही है. क्योंकि लॉकडाउन से पहले जयपुर एयरपोर्ट से 63 फ्लाइट का संचालन किया जाता था. लेकिन लॉकडाउन के बाद यह घटकर 20 के अंदर ही आ गया है. वहीं हवाई यात्रा में यात्रियों ने भी कम उत्साह दिखाया है. क्योंकि जयपुर एयरपोर्ट से जून 2019 की तुलना में इस बार 80 फीसदी कम यात्री भार भी रहा था. वहीं फ्लाइट का संचालन भी 70 प्रतिशत तक घट गया. यात्री भार के लिहाज से जयपुर एयरपोर्ट की रैंक भी 14वें स्थान पर आई.

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जहां की उड़ानें हुईं रद्द, वहीं के टिकट किए बुक

25 मई से लॉकडाउन के बाद अनलॉक में दोबारा से डोमेस्टिक फ्लाइट का संचालन शुरू हो गया था. वहीं 25 मई से जयपुर एयरपोर्ट से उदयपुर, सूरत, जालंधर और अमृतसर की फ्लाइट संचालित की गई थीं. लेकिन 25 मई से लेकर 20 जुलाई तक यह फ्लाइट एक बार भी संचालित नहीं हो पाई. क्योंकि इनके अंतर्गत यात्री भार भी नहीं था. लेकिन एयरलाइंस कंपनियों के द्वारा रोजाना इन शहरों के लिए टिकट भी बुक किए जाते थे, जिससे यात्रियों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.

अभी तक 2.5 लाख यात्रियों ने की यात्रा

जयपुर एयरपोर्ट के द्वारा जारी किए गए आंकड़ों को देखें तो अभी भी यात्री यात्रा करने से कतरा रहे हैं. जंहा लॉकडाउन से पहले जयपुर एयरपोर्ट पर हर महीने चार से पांच लाख यात्री यात्रा करते थे, तो वहीं अब उसमें भारी गिरावट दर्ज की जा रही है. अभी तक के आंकड़ों की बात करें तो 25 मई से 27 अगस्त के बीच जयपुर एयरपोर्ट से करीब 2.5 लाख यात्रियों ने यात्रा कि है, जो कि पहले की तुलना में काफी कम है.

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केंद्र के गाइडलाइन की कुछ यूं हो रही पालना

  • जयपुर एयरपोर्ट पर केंद्र के गाइडलाइन की पालना की जा रही है.
  • किराए के लिए उड़ानों को 7 ब्लॉक्स में बांटा गया है.
  • इन्हीं ब्लॉक्स के आधार पर अधिकतम और न्यूनतम किराया का निर्धारण भी किया गया है.
  • पहले ब्लॉक में 40 मिनट से कम अवधि की डोमेस्टिक फ्लाइट्स के लिए मिनिमम किराया 2 हजार और अधिकतम किराया 6 हजार तय किया गया है.
  • 40 से 60 मिनट तक के लिए मिनिमम किराया 2 हजार 500 से लेकर अधिकतम किराया 7 हजार 500 रखा गया है.
  • 60 मिनट से लेकर 90 मिनट तक की फ्लाइट के लिए मिनिमम किराया 3 हजार और अधिकतम किराया 9 हजार तक रखा गया है.
  • 90 मिनट से 120 मिनट तक के लिए यह लिमिट 3 हजार 500 से लेकर 10 हजार तक रखी गई है.
  • 120 मिनट से 150 मिनट तक की अवधि के लिए किराया 4 हजार 500 से लेकर 13 हजार के बीच निर्धारित किया गया है.
  • 150 मिनट के लिए न्यूनतम किराया 5 हजार से लेकर अधिकतम किराया 15 हजार 700 रखा गया है.
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