जयपुर. प्रदेश के हजारों राजस्थान मदरसा पैराटीचर्स (Rajasthan Madarsa Para Teachers), राजीव गांधी पैराटीचर्स (Rajiv Gandhi Para Teachers) और शिक्षाकर्मी लंबे समय से खुद को नियमित करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. पिछले 15 अक्टूबर से जयपुर के शहीद स्मारक (Para Teachers On Jaipur Martyr Memorial) पर धरना प्रदर्शन चल रहा है और दांडी यात्रा संयोजक शमशेर भालू खान आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं.
अब तक प्रदेश के 142 विधायकों ने इनके नियमितीकरण का समर्थन (Para Teachers Receives Support of 142 MLA) कर सरकार को पत्र भी लिखा है, इसके बावजूद भी सरकार इनकी सुनवाई नहीं कर रही है. पैराटीचर्स ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि 4 दिन में उनकी मांग पूरी नहीं होती है तो वे दिल्ली कूच करेंगे.
मदरसा पैराटीचर्स (Rajasthan Madarsa Para Teachers), राजीव गांधी पैराटीचर्स (Rajiv Gandhi Para Teachers) और शिक्षा कर्मियों के संयुक्त मोर्चा के बैनर तले सालों से ये कैडर नियमितीकरण की मांग कर रहे हैं. इनका कहना है कि कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में भी पैरा टीचर्स को नियमित करने का वादा किया था और अब 3 साल होने के बावजूद भी इन्हें नियमित नहीं किया गया. कांग्रेस सरकार उनके साथ वादाखिलाफी कर रही है.
मदरसा पैराटीचर्स को नियमितीकरण को लेकर संयुक्त मोर्चा के संरक्षक शमशेर भालू खान ने दो बार दांडी यात्रा भी निकाली और सरकार की मध्यस्थता के बाद दांडी यात्रा स्थगित किया गया. दोनों ही बार सरकार ने इनसे कोई वार्ता भी नहीं की.
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संयुक्त मोर्चा के संरक्षक शमशेर भालू खान का कहना है कि राजस्थान विधानसभा के 142 विधायकों ने उनके समर्थन में सरकार को नियमितीकरण को लेकर पत्र भी लिख कर दिया है कि जल्द से जल्द इनको नियमित किया जाए. हाल ही में बसपा से कांग्रेस में आए विधायक वाजिब अली ने तो पैराटीचर्स को नियमित नहीं करने पर इस्तीफे की भी पेशकश कर दी थी. इसके अलावा 2 दिन पहले पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पैराटीचर्स को नियमित करने के संबंध में पत्र लिखा है.
संयुक्त मोर्चा के संरक्षक शमशेर भालू खान ने बताया कि पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट, विधायक वाजिब अली, वेद प्रकाश सोलंकी, हेमाराम चौधरी, दानिश अबरार, राजेंद्र पारीक सहित करीब 142 विधायकों ने हमारा समर्थन किया है और इस संबंध में पत्र भी लिखा है. इसके अलावा बीटीपी, आरएलपी, निर्दलीय और बीजेपी के विधायकों ने भी हमारा समर्थन कर हमें नियमित करने की मांग की है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने भी सरकार से ये मांग की है.
शमशेर भालू खान ने कहा सरकार के 3 साल पूरे हो गए हैं और उम्मीद है कि जल्द ही हमारी मांगों पर सकारात्मक परिणाम दिखेगा. यदि सरकार उनकी मांग नहीं मानती है तो दिल्ली कूच किया जाएगा और वहां एआईसीसी के नेताओं के सामने अपनी बात रखेंगे.