जयपुर: जयपुर जिला प्रमुख पद (Panchayti Raj Election 2021 Result) पर कांग्रेस का पूर्ण बहुमत होने के बावजूद भी भारतीय जनता पार्टी का सिक्का जमा. अब भाजपा का जिला प्रमुख बनने के बाद कांग्रेस में घर का भेदी कौन है इसे तलाशा जाने लगा है. पार्टी के जिम्मेदारों को पायलट खेमे के विधायक पर शक है. इल्जाम के दायरे में पायलट कैंप के चाकसू विधायक वेद सोलंकी (ved solanki from chaksu) हैं. वजह उनके दोनों जिला परिषद सदस्यों की दगाबाजी को बताया जा रहा है. ऐसे में सोलंकी (ved solanki from chaksu) के खिलाफ भी कार्रवाई की बात की जा रही है. हालांकि अभी पर्यवेक्षक मुमताज मसीह और प्रभारी गोविंद मेघवाल ने अपनी रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष को नहीं सौंपी है लेकिन कहा यह ही जा रहा है कि कटघरे में सोलंकी हैं.
अपने बचाव में उतरे सोलंकी
अपने ऊपर लग रहे आरोपों के खिलाफ अब वेद सोलंकी खड़े हो गए हैं, वेद सोलंकी ने कहा कि मतदान से 1 दिन पहले उन्होंने प्रभारी गोविंद राम मेघवाल (Govind Ram Meghwal) और खुद प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasara) को पूरी जानकारी दी थी. यह बताया था कि उनका ब्लॉक अध्यक्ष गंगा राम मीणा (Ganga Ram Meena) कांग्रेस के कैंडिडेट लेकर भाग गया है , उसे धमकाईये. इसके साथ ही उन्होंने गंगा राम मीणा का मोबाइल नंबर भी गोविंद मेघवाल को भेजा था.अब मतदान से 1 दिन पहले 5 सितंबर को भेजे गए मैसेज और ऑडियो सोशल मीडिया (Cross voting row) पर वायरल भी हो गए हैं.
गलती की सजा सबको मिले
उधर अपने ऊपर लग रहे आरोपों पर वेद सोलंकी ने यह कहा कि चुनाव में कौन खिलाफत कर रहा है इसके बारे में मैंने खुद मेरे ब्लॉक अध्यक्ष की शिकायत प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा और प्रभारी गोविंद मेघवाल से की थी. बताया था कि वह हमारे कैंडिडेट उठाकर ले गए है उन्हें आप संभालिए. इस मामले में चाहें मेरी गलती हो या किसी और की गलती, जिसने भी गलती की है उस पर कार्रवाई होनी चाहिए.
सोलंकी ने कहा कि अगर मैंने गलती की तो मुझे सजा जी दिया है और अगर किसी और ने गलती की है तो उसे सजा दी जाए. लेकिन इसके साथ ही उन्होंने साल 2020 में हुए जिला परिषद चुनाव में प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के सीकर जिले में हुई क्रॉस वोटिंग पर भी सवाल खड़े कर दिए.
क्रॉस वोटिंग को लेकर कही बड़ी बात!
सोलंकी ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा के यहां भी सीकर जिला परिषद चुनाव में 18 सदस्य होने के बावजूद जिला परिषद में 5 वोट कम हो गए थे. ऐसे में वोट तो हर जगह कम हुए हैं तो फिर चाहे भरतपुर हो, सीकर हो या फिर जैसलमेर जहां भी क्रॉस वोटिंग (Ved Solanki On Cross Voting) हुई उसमें हर जगह पार्टी की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए और कार्रवाई सब पर होनी चाहिए. न कि अकेले मेरे ऊपर उंगली इस तरीके से उठाई जाए.