ETV Bharat / city

बजट पूर्व सुझाव बैठक में गोभी लेकर पहुंचे पद्मश्री किसान जगदीश पारीक, कहा- जैविक खेती को मिले बढ़ावा

मुख्यमंत्री ने शनिवार को बजट सुझावों को लेकर किसानों से भी चर्चा की. इस दौरान पद्मश्री विजेता और गोभी मैन के नाम से प्रसिद्ध किसान जगदीश पारीक गोभी का एक बड़ा फूल लेकर बैठक में पहुंचे. बैठक में उन्होंने गहलोत सरकार को जैविक खेती को बढ़ावा देने का सुझाव दिया. पढ़ें विस्तार से...

author img

By

Published : Feb 8, 2020, 8:38 PM IST

Rahasthan budget suggestions, गोभी मैन जगदीश पारीक
organic farming should be encouraged Jagdish Pareek

जयपुर. राजस्थान में बजट बजट से पूर्व लगातार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अलग-अलग वर्गों से मिलकर उनके सुझाव ले रहे हैं. शनिवार को किसानों के साथ भी मुख्यमंत्री ने चर्चा की. इस चर्चा में जब एक किसान बड़ी गोभी लेकर आया तो हर कोई उसे आश्चर्यचकित नजरों से देखता रहा. दरअसल यह किसान कोई और नहीं बल्कि सीकर जिले के अजीतगढ़ निवासी पद्मश्री से नवाजे गए किसान जगदीश पारीक हैं.

जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों को मोटिवेट करें मुख्यमंत्री : पद्मश्री किसान

जगदीश पारीक को प्रदेश में ही नहीं देशभर में 'गोभी मैन' के नाम से भी जाना जाता है. पारीक 1970 से गोभी का उत्पादन कर रहे हैं और उन्होंने 25 किलो 150 ग्राम की गोभी का उत्पादन किया है. पारीक ने अजीतगढ़ सलेक्शन नाम से गोभी की वैरायटी भी बनाई है जो विश्व रिकॉर्ड से महज 850 ग्राम पीछे है.

पढ़ेंः जवाबदेही कानून लागू करे सरकार, साथ ही धरना-प्रदर्शनों के लिए दे जगह : निखिल डे

सचिवालय में पहुंचे पद्मश्री जगदीश पारीक ने कहा कि मैं सरकार से आज कोई मांग नहीं करने आया हूं, केवल इतना कहने आया हूं कि किसान अगर मेहनत से काम करेगा तो उसका उत्पादन दोगुना हो जाएगा. इसके लिए किसान को मोटिवेशन की जरूरत है. उन्होंने कहा अगर मुख्यमंत्री जैसी शख्सियत किसानों को जैविक खेती के लिए प्रेरित करती है तो इसका व्यापक असर होगा. इससे ना केवल हमारे स्वास्थ्य बल्कि पर्यावरण को भी लाभ प्राप्त होगा.

दरअसल, जगदीश पारीक 1970 से सब्जियों की खेती करते आ रहे हैं. वे खेती में नवाचारों के लिए कई अवार्ड भी प्राप्त कर चुके हैं जिनमें पद्मश्री भी एक है. इसके अलावा उनका नाम सबसे वजनदार गोभी उत्पादन के लिए लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी दर्ज है. हालांकि विश्व रिकॉर्ड से वह भी 850 ग्राम दूर हैं, लेकिन उनका कहना है कि वह जल्द ही 26 किलो की गोभी उगा कर देश का नाम विश्व में बढ़ाएंगे.

पढ़ेंः बजट बैठक में जिस वक्त शराब बंदी का सुझाव दिया, उसी समय सरकार ने जारी की नई आबकारी नीति

पारीक ने अब तक 25 किलो 150 ग्राम फूलगोभी के साथ ही 7 फीट लंबी तुरई, 6 फीट लम्बी घीया, 3 फीट लंबी गाजर, 1 फीट लंबा और डेढ़ इंच मोटा बैंगन, 3 किलो का गोल बैंगन, 86 किलो का कद्दू, 8 किलो की पत्ता गोभी, 400 ग्राम का नींबू ,15 किलो की तुरई और मिर्च के पौधे पर 150 में मिर्च उगाने में कामयाबी हासिल की है. पारीक सब्जियों की नई किस्म तैयार करने से लेकर किसानों को जैविक खेती करने के लिए प्रेरित करते हैं. यही वजह है कि उन्हें कृषि वैज्ञानिक का दर्जा भी प्राप्त है.

जयपुर. राजस्थान में बजट बजट से पूर्व लगातार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अलग-अलग वर्गों से मिलकर उनके सुझाव ले रहे हैं. शनिवार को किसानों के साथ भी मुख्यमंत्री ने चर्चा की. इस चर्चा में जब एक किसान बड़ी गोभी लेकर आया तो हर कोई उसे आश्चर्यचकित नजरों से देखता रहा. दरअसल यह किसान कोई और नहीं बल्कि सीकर जिले के अजीतगढ़ निवासी पद्मश्री से नवाजे गए किसान जगदीश पारीक हैं.

जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों को मोटिवेट करें मुख्यमंत्री : पद्मश्री किसान

जगदीश पारीक को प्रदेश में ही नहीं देशभर में 'गोभी मैन' के नाम से भी जाना जाता है. पारीक 1970 से गोभी का उत्पादन कर रहे हैं और उन्होंने 25 किलो 150 ग्राम की गोभी का उत्पादन किया है. पारीक ने अजीतगढ़ सलेक्शन नाम से गोभी की वैरायटी भी बनाई है जो विश्व रिकॉर्ड से महज 850 ग्राम पीछे है.

पढ़ेंः जवाबदेही कानून लागू करे सरकार, साथ ही धरना-प्रदर्शनों के लिए दे जगह : निखिल डे

सचिवालय में पहुंचे पद्मश्री जगदीश पारीक ने कहा कि मैं सरकार से आज कोई मांग नहीं करने आया हूं, केवल इतना कहने आया हूं कि किसान अगर मेहनत से काम करेगा तो उसका उत्पादन दोगुना हो जाएगा. इसके लिए किसान को मोटिवेशन की जरूरत है. उन्होंने कहा अगर मुख्यमंत्री जैसी शख्सियत किसानों को जैविक खेती के लिए प्रेरित करती है तो इसका व्यापक असर होगा. इससे ना केवल हमारे स्वास्थ्य बल्कि पर्यावरण को भी लाभ प्राप्त होगा.

दरअसल, जगदीश पारीक 1970 से सब्जियों की खेती करते आ रहे हैं. वे खेती में नवाचारों के लिए कई अवार्ड भी प्राप्त कर चुके हैं जिनमें पद्मश्री भी एक है. इसके अलावा उनका नाम सबसे वजनदार गोभी उत्पादन के लिए लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी दर्ज है. हालांकि विश्व रिकॉर्ड से वह भी 850 ग्राम दूर हैं, लेकिन उनका कहना है कि वह जल्द ही 26 किलो की गोभी उगा कर देश का नाम विश्व में बढ़ाएंगे.

पढ़ेंः बजट बैठक में जिस वक्त शराब बंदी का सुझाव दिया, उसी समय सरकार ने जारी की नई आबकारी नीति

पारीक ने अब तक 25 किलो 150 ग्राम फूलगोभी के साथ ही 7 फीट लंबी तुरई, 6 फीट लम्बी घीया, 3 फीट लंबी गाजर, 1 फीट लंबा और डेढ़ इंच मोटा बैंगन, 3 किलो का गोल बैंगन, 86 किलो का कद्दू, 8 किलो की पत्ता गोभी, 400 ग्राम का नींबू ,15 किलो की तुरई और मिर्च के पौधे पर 150 में मिर्च उगाने में कामयाबी हासिल की है. पारीक सब्जियों की नई किस्म तैयार करने से लेकर किसानों को जैविक खेती करने के लिए प्रेरित करते हैं. यही वजह है कि उन्हें कृषि वैज्ञानिक का दर्जा भी प्राप्त है.

Intro:मुख्यमंत्री ने आज किसानों से की बजट पूर्व चर्चा चर्चा में प्रदेश के गोभी मैन नाम से विख्यात जगदीश पारीक भोले रासायनिक खेती से जैविक खेती पर किसानों को लाने के लिए मुख्यमंत्री करे किसानों को प्रोत्साहित स्वास्थ्य और पर्यावरण दोनों के लिए होगा हितकारी पारीक ने देश की सबसे बड़ी और विश्व के दूसरे नंबर की गोभी का किया उत्पादन अब 850 ग्राम ज्यादा वजनी गोभी उगा कर बनाना चाहते हैं विश्व रिकॉर्ड


Body:राजस्थान में बजट आने वाला है और बजट से पहले लगातार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अलग-अलग वर्गों से मिलकर उनके सुझाव ले रहे हैं। आज किसानों के साथ भी मुख्यमंत्री ने बजट से पहले चर्चा की। लेकिन सचिवालय में हुई बजट पूर्व चर्चा में जब एक किसान बड़ी गोभी लेकर आया तो हर कोई उसे आश्चर्यचकित नजरों से देखता रहा। दरअसल यह किसान कोई और नहीं बल्कि सीकर जिले के अजीतगढ़ के पद्मश्री से नवाजे जा चुके जगदीश पारीक हैं, जिन्हें प्रदेश में ही नहीं देश में गोभी मैन के नाम से भी जाना जाता है। पारीक 1970 से गोभी का उत्पादन कर रहे हैं और उन्होंने 25 किलो 150 ग्राम की गोभी का उत्पादन किया है। पारीक ने अजीतगढ़ सलेक्शन नाम से गोभी की वैरायटी भी बनाई है जो विश्व रिकॉर्ड से महज 850 ग्राम पीछे है ।सचिवालय में पहुंचे पद्मश्री जगदीश पारीक ने कहा कि मैं सरकार से आज कोई मांग नहीं करने आया हूं, केवल इतना कहने आया हूं कि किसान अगर मेहनत से काम करेगा तो उसका उत्पादन दोगुना हो जाएगा और इसके लिए किसान को सरकार से किसी और बात की नहीं केवल मोटिवेशन की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अगर मुख्यमंत्री जैसी शख्सियत इस बात के लिए किसानों को प्रेरित करती है कि उन्हें रासायनिक खेती की जगह जैविक खेती पर लौटना चाहिए तो फिर इसका असर भी किसानों पर देखने को मिलेगा ।उन्होंने कहा कि अगर जैविक खेती को बढ़ावा सरकार देगी तो यह केवल हमारे स्वास्थ्य के लिए ही नही बल्कि बल्कि हमारे पर्यावरण के लिए भी बेहतर होगा। दरअसल पारीक की विशेषता है कि वह 1970 से सब्जियों की खेती करते आ रहे हैं। जिसमें नवा चारों को अपनाने पर उन्हें कई अवार्ड भी मिले हैं जिनमें पद्मश्री भी एक है। इसके अलावा जगदीश्वरी का नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी दर्ज है। हालांकि विश्व रिकॉर्ड से वह भी 850 ग्राम दूर है, लेकिन उनका कहना है कि वह जल्द ही 26 किलो की गोभी उगा कर देश का नाम विश्व में बढ़ाएंगे ।पारीक ने अब तक 25 किलो 150 ग्राम फूलगोभी के साथ ही 7 फीट लंबी तुरई, 6 फीट लम्बी घीया,3 फीट लंबी गाजर, 1 फीट लंबा और डेढ़ इंच मोटा बैंगन ,3 किलो का गोल बैंगन, 86 किलो का कद्दू, 8 किलो की पत्ता गोभी, 400 ग्राम का नींबू ,15 किलो की तुरई और मिर्च के पौधे पर 150 में मिर्च उगाने में कामयाबी हासिल की है। पारीक सब्जियों की नई किस्म तैयार करने से लेकर किसानों को जैविक खेती करने के लिए प्रेरित करते हैं, जिससे उन्हें न केवल देश में बल्कि बीच में भी एक पहचान मिली है और उन्हें कृषि वैज्ञानिक का दर्जा भी प्राप्त है।
जगदीश पारीक पद्मश्री विजेता गोपी उत्पादक किसान


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.