जयपुर. लॉकडाउन के दौरान स्कूल-कॉलेज सहित सभी शिक्षण संस्थाओं में शैक्षणिक सत्र की स्थिति और आगामी सत्र की तैयारियों को लेकर मंथन का दौर जारी है. इस क्रम में खुद सीएम अशोक गहलोत ने शिक्षा मंत्री और अन्य अधिकारियों के साथ समीक्षा की और स्कूल-कॉलेजों में यथासंभव ऑनलाइन लेक्चर और ई लर्निंग की व्यवस्था करने के निर्देश दिए. ताकि पढ़ाई की निरंतरता बनी रहे.
वहीं जिन स्कूली छात्रों को अपनी परीक्षाओं का इंतजार है, उन्हें अगली कक्षा के लिए योग्य मानते हुए क्रमोन्नत करने का फैसला लिया है. हालांकि अभी 10वीं और 12वीं बोर्ड के छात्रों के संबंध में राज्य सरकार ने कोई निर्णय नहीं लिया है. वहीं लॉकडाउन जारी रहने तक निजी विद्यालयों द्वारा विद्यार्थियों से 3 माह की अग्रिम फीस नहीं लेने की निर्देश दिए गए हैं.
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इस संबंध में शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा का कहना है कि इन विपरीत परिस्थितियों में प्राइवेट शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले छात्रों के हित में ये फैसला लिया गया है. फीस के अभाव में किसी भी छात्र का नाम विद्यालय द्वारा नहीं काटा जाए. उन्होंने बताया कि तीन माह की फीस विद्यार्थियों से अभी नहीं ली जाएगी और स्कूलों द्वारा छात्रों के लिए की गई ऑनलाइन शिक्षण व्यवस्था से किसी भी छात्र को वंचित नहीं करने के निर्देश दिए गए हैं.
हालांकि अभी नए सत्र को लेकर किसी तरह की स्थिति स्पष्ट नहीं की गई है. वहीं 10वीं और 12वीं के छात्रों को उनकी परीक्षा को लेकर सरकार के फैसले का अभी और इंतजार करना होगा.