जयपुर. पर्यटन की दृष्टि से हमेशा केंद्र में रहने वाले राजस्थान से अब ओडिशा को उम्मीद जगी है. कोरोना काल में बंद हुए पर्यटन के दरवाजे खुल चुके है और ओडिशा राज्य अब राजस्थान के पर्यटन को अपनी ओर खींचने का प्रयास कर रहा है, ताकि ओडिशा ये सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है कि उनका राज्य देश में पर्यटन के मामले में शीर्ष 3 राज्यो में से एक बन जाए.
इसी को देखते हुए जयपुर के एक निजी होटल में ओडिशा टूरिज्म रोड शो-2021 का आयोजन किया गया. जिसमें ओडिशा के पर्यटन मंत्री ज्योति प्रकाश पाणिग्रही ने शिरकत की. जहां उन्होंने राज्य में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए संस्कृति और परंपराओ पर जोर दिया.
उन्होंने कहा कि ओडिशा की संस्कृति 2 हजार साल से अधिक पुरानी है. राज्य अपने शास्त्रीय नृत्यों को लेकर प्रसिद्ध है. वहीं उड़ीसा केवल एक तीर्थस्थल नहीं है बल्कि एक प्रमुख तट गंतव्य भी है. जहां आठ ब्लू फ्लैग बीचों में से एक ओडिशा में है और 5 नए विकसित करने की दिशा में प्रयास कर रहे है.
पढ़ें- World Cancer Day: कैंसर रोगियों को कब लगवानी चाहिए कोरोना वैक्सीन ? इन बातों का रखें विशेष ध्यान
कार्यक्रम में संबोधित करते हुए ओडिशा सरकार के पर्यटन सचिव विशाल कुमार देव ने ओडिशा में विभिन्न प्रकार के पर्यटन के अवसरों जैसे कि आध्यात्मिक, वन्यजीव इको टूरिज्म, हस्तशिल्प पर्यटन के बारे में बताया. उन्होंने पोस्ट कोविड पर्यटन की योजनाओं पर भी प्रकाश डाला और कहा कि 2021 में राज्य में क्रूज पर्यटन, होमस्टे, हेरिटेज हॉस्पिटैलिटी के विकास के साथ-साथ इको टूरिज्म सुविधाओं को अपग्रेड करने पर भी ध्यान दिया जाएगा.