जयपुर. शहर में सोमावार को नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे कर्मचारी यूनियन ने बोनस की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलाइज यूनियन के बैनर तले सोमवार को उत्तर पश्चिम रेलवे के विभिन्न मंडल की अनेक यूनिट पर साल 2019-2020 के आधार पर बोनस दिए जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किए गए. इसी कड़ी में जयपुर में प्रधान कार्यालय और रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शन करके रेल कर्मचारियों ने बोनस भुगतान के संबंध में अभी तक घोषणा नहीं किए जाने के खिलाफ रोष जताया.
नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलाइज यूनियन के महामंत्री मुकेश माथुर ने कहा कि केन्द्र सरकार श्रमिक विरोधी रवैये के चलते बोनस की घोषणा में विलम्ब कर रही है. जबकि ये पिछले साल की उत्पादकता के आधार पर दिया जाना हैं. ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के आह्वान पर प्रदर्शन किया गया है. अगर रेलवे कर्मचारियों की बोनस की घोषणा सरकार नहीं करती है तो लगातार प्रदर्शन किए जाएंगे.
पढ़ें- फीस वसूली मामले में कमेटी गठन की जानकारी देकर मांगा समय
भारतीय रेल ने पिछले वित्त साल में 202458 करोड़ रुपए के खर्च के मुकाबले 206269 करोड़ रुपए की आय अर्जित करके 3,811 करोड़ रुपए का शुद्ध राजस्व कमाया है. मंडल मंत्री आरके सिंह, मंडल अध्यक्ष नेता मुकेश चतुर्वेदी और रामलाल मीना ने कहा कि श्रमिकों की सुविधाओं में लगातार कटौती करने की सरकार की नीति को हम बर्दाश्त करने वाले नहीं हैं, जब हमने पिछले वर्ष भारतीय रेल को मुनाफा कमा कर दिया हैं और रिकार्ड माल लदान किया हैं तो 1979 से लगातार मिलने वाले बोनस को सरकार को देना ही होगा. वहीं, सोमवार को पूर्वी रेलवे पर लगभग 200 से अधिक स्टेशनों पर रेल कर्मचारियों ने प्रदर्शन कर केन्द्र सरकार को चेतावनी दी.