जयपुर. 22 मार्च को कोरोना वायरस के मद्देनजर देशभर में लॉकडाउन लगाया गया था. लॉकडाउन के अंतर्गत राजधानी जयपुर सहित प्रदेश भर में वायु प्रदूषण में काफी हद तक कमी देखने को मिली थी. लॉकडाउन से पहले जहां राजधानी जयपुर में एयर क्वालिटी इंडेक्स हमेशा 100 के ऊपर बना रहता था. तो वहीं, लॉकडाउन के दौरान यहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स गिरकर 50 के नीचे आ गया था. जिससे जयपुर शहर सहित प्रदेशवासियों को लॉकडाउन के दौरान शुद्ध हवा मिल रही थी. वहीं, अब राजधानी में वायु प्रदूषण के साथ-साथ कई इलाकों में ध्वनि प्रदूषण में भी कमी दर्ज की गई है.
स्टेट पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की तरफ से जारी की गई जनवरी से जून 2020 की रिपोर्ट के अनुसार मानसरोवर राजा पार्क और छोटी चौपड़ पर ध्वनि प्रदूषण में काफी हद तक कमी आई है. बोर्ड के चेयरमैन पवन कुमार गोयल ने बताया कि शहर के 6 स्थानों पर अत्याधुनिक नॉइस लेवल मीटर की सहायता से ध्वनि प्रदूषण मापा गया है. रिपोर्ट के अनुसार अधिकांश स्थानों पर दिन की तुलना में रात में कम ध्वनि प्रदूषण दर्ज किया गया है. वहीं, मॉनिटरिंग अवधि के दौरान संतोकबा दुर्लभजी मेमोरियल अस्पताल अपड़ी के निकट शांत क्षेत्र में ध्वनि के निर्धारित मानकों (दिन 50 db और रात -40 db) से अधिक पाया गया है.
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स्टेट पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के सदस्य सचिव उदय शंकर ने बताया कि शहर के सिविल लाइन संतोकबा दुर्लभजी मेमोरियल अस्पताल, मानसरोवर, शास्त्री नगर, राजा पार्क और छोटी चौपड़ क्षेत्रों में ध्वनि के स्तर की जांच की गई थी. जिसमें मानसरोवर राजा पार्क को छोटी चौपड़ को छोड़कर शेष चिन्हित स्थानों पर ध्वनि का स्तर पिछली बार जनवरी से जून 2019 की तुलना में कम हुआ है. वहीं, शास्त्री नगर को छोड़कर सभी चिन्हित स्थान पर मार्च की तुलना में कम हुआ है.