जयपुर. अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में ईटीवी भारत ने निर्भया स्क्वायड की महिला पुलिसकर्मियों से खास बातचीत की. जिसमें महिला पुलिसकर्मियों ने कहा, कि आज के युग में महिलाएं पुरुषों से किसी भी क्षेत्र में कम नहीं हैं. महिलाओं को कभी भी खुद को कम नहीं आंकना चाहिए और सशक्त होकर अपने कार्यों का निर्वाह करना चाहिए.
200 महिला पुलिसकर्मियों का है ग्रुप
निर्भया स्क्वायड की सदस्य निर्मला चौधरी ने बताया कि स्क्वायड में शामिल 200 महिला पुलिसकर्मी राजधानी की महिलाओं की सुरक्षा में सदैव तत्पर हैं. जो सुबह 7 बजे से लेकर रात 9 बजे तक दो शिफ्ट में काम करती हैं और इसके साथ ही एक महिला होने के नाते अपनी परिवार की जिम्मेदारियों का भी बखूबी के साथ निर्वाह करती हैं.
निर्मला चौधरी ने कहा कि मैं भी एक महिला हूं और महिला को सबसे पहले अंदर से मजबूत होना चाहिए और उसमें आत्मविश्वास होना चाहिए. अगर महिला के अंदर काम करने की इच्छा हो, तो वह अपने परिवार को भी अच्छे से संभाल पाएगी और अपनी ड्यूटी भी बहुत ही अच्छी तरीके से पूरी कर पाएगी.
महिलाओं को सुरक्षित बनाने में हमारी मुहिम लगातार जारी: एडिशनल डीसीपी
निर्भया स्क्वायड की कमान जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की एडिशनल डीसीपी सुनीता मीना के हाथ में है. अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य पर एडिशनल डीसीपी सुनीता मीना ने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान कहा, कि राजधानी में महिलाओं और बालिकाओं को सुरक्षित माहौल प्रदान करना निर्भय स्क्वायड की एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है और महिलाओं को सुरक्षित बनाने में हमारी यह मुहिम लगातार जारी है.
एडिशनल डीसीपी सुनीता मीणा ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिलाओं को यह संदेश भी दिया कि यदि महिलाएं किसी काम को करने की ठान ले, तो ऐसा कोई भी मुश्किल काम नहीं है जिसे वह पूरा ना कर पाएं. बस किसी भी काम को पूरा करने के लिए जरूरत है, तो एक जज्बे की, जोश की और जुनून की, जो महिलाओं में होना चाहिए. महिलाओं की हर तरह की मदद के लिए जयपुर पुलिस हमेशा महिलाओं के साथ है. हर गली, हर मोहल्ले और हर नुक्कड़ पर, बस महिलाएं घरों से बाहर निकलें, खुद को आर्थिक और सामाजिक रूप से मजबूत बनाएं. निर्भया स्क्वायड आपकी सहायता के लिए हमेशा आपके साथ है.