जयपुर. राजस्थान सरकार के लिए गले की फांस बन चुका रीट पेपर लीक मामला (REET Paper Leak Case) तूल पकड़ता जा रहा है. एक तरफ जहां विपक्ष विधानसभा में सीबीआई जांच की मांग को लेकर हंगामा कर रहा है. वहीं राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने इस पूरे मामले की जांच ईडी से कराने की मांग की है. किरोड़ी लाल मीणा इस पूरे मामले को मनी लॉड्रिंग का केस मानते हुए ED में इसकी शिकायत दर्ज (Kirorilal Complaint filed under money laundering case) कराई है.
सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि जिस तरह से पूरे मामले में एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं. जब यह मीडिया के जरिए सामने आ चुका है कि रीट का पेपर लाखों रुपए में बिका है तो यह मामला अब मनी लॉड्रिंग का हो जाता है. मनी लॉन्ड्रिंग के मामले की जांच ईडी कर सकती हैं. इसलिए वह अपनी शिकायत लेकर ED ऑफिस पहुंचे हैं. उन्होंने कुछ दस्तावेज के साथ ईडी में अपनी शिकायत दर्ज करा दी है.
किरोड़ी लाल मीणा ने शिकायत दर्ज कराने के बाद कहा की अधिकारियों ने आश्वस्त किया है कि इस पूरे मामले की समीक्षा करेंगे. अगर मामला मनी लॉन्ड्रिंग का बनता है तो उसकी जांच की जाएगी . किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि अधिकारी इस पूरे मामले की जांच मनी लॉन्ड्रिंग का कैसे मानते हुए जल्द शुरू करेंगे .
ED ऑफिस परिसर में धरने पर बैठे किरोड़ी
किरोड़ी लाल मीणा ने ED को शिकायत दर्ज कराने के बाद प्रवर्तन निदेशालय परिसर में धरने पर बैठ गए . किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि मैंने इसकी शिकायत रीट अभ्यर्थियों के जरिए भी कराई है . मेरे साथ में दो अभ्यर्थी जिनमें से एक विधवा महिला है, जो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलकर अपनी पीड़ा दर्ज कराना चाहती है लेकिन पुलिस मुख्यमंत्री से नहीं मिला रही. इसलिए मैं प्रवर्तन निदेशालय के बाहर धरने पर बैठा हूं, मुझे उम्मीद है कि मुख्यमंत्री इस विधवा महिला की पीड़ा सुनेंगे और मुलाकात करेंगे.
पढ़ें. Rajasthan Assembly News Today: पूनिया बोले- रीट पेपर लीक अब तक देश का सबसे बड़ा घोटाला
मैं पेपर लीक गिरोह से मिला हूं तो सरकार करवाई करे
किरोड़ी लाल मीणा से जब पूछा गया कि उनके पास पेपर लीक मामले से जुड़े तथ्य कहां से आ रहे हैं और इसको लेकर सरकार भी उनसे सवाल पूछ रही है. इस पर उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस सरकार को लगता है कि मैं पेपर लीक गिरोह से मिला हुआ हूं तो मेरे ऊपर कार्रवाई क्यों नहीं करती ? मुझसे पुलिस पूछताछ करें, मुझे गिरफ्तार कर लें. मुझे इससे कोई दिक्कत नहीं है लेकिन मैं पुरजोर तरीके से लाखों अभ्यर्थियों के साथ हुई इस धोखाधड़ी का मामला उठाता रहूंगा.