नई दिल्ली/जयपुर. गुरुवार को लोकसभा संसद में प्रदेश के दो सांसदों ने अपने-अपने क्षेत्र में बड़े मुद्दे उठाए. नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने जहां नदियों के संरक्षण और सिंचित क्षेत्र को लेकर जल शक्ति मंत्री से जवाब मांगा वहीं चूरू सांसद राहुल कस्वा ने अपने क्षेत्र के कई गावों में आरयूबी नहीं होने के चलते ग्रामिणों को आ रही समस्याओं से अवगत कराया.
हनुमान बेनीवाल-सांसद, नागौर लोकसभा
तीन सालों में राजस्थान की कुल 21.17 हैक्टेयर जमीन सिचित क्षेत्र विकसित की गई है. बेनीवाल ने कहा क्या सरकार कोई योजना बनाकर जोधपुर, बाड़मेर और नागौर की कितनी जमीन को आगामी दो वर्षों में सिंचित क्षेत्र में बदलेगी. इसके अलावा नहरों के साथ लूणी, बांडी और जोधड़ी नदियों के बहाव क्षेत्र में कोई डैम बनाए जाएंगे.
बेनीवाल के इस सवाल के जवाब में जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि उनका मंत्रालय दो-तीन बड़े प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहा है, कि कैसे राजस्थान में अधिक से अधिक पानी लाया जाए. इनमें ईआरसीपी (ईस्टर्न कैनाल प्रोजेक्ट) योजना प्रमुख है. जिससे करीब 13 जिलों को जोड़ा जाएगा. वहीं जोधड़ी नदी पर भी विचार किया जा रहा है.
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राहुल कस्वा- सांसद, चूरू लोकसभा
संसदीय क्षेत्र में लुहारू-चूरू-खांडवा और गुगलवा गांव हैं. ये वो गांव हैं जो प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से जुड़ तो गए हैं लेकिन आरयूबी (रेलवे अंडर ब्रिज) नहीं बन पाएं. जिसके चलते गांव को लोगों को परिवहन में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. सांसद ने सदन में रेलवे मंत्री से आरयूबी के निर्माण का आवश्यकता जताते हुए एक वैकल्पिक व्यवस्था करने का अनुरोध किया.