जयपुर. राजस्थान कांग्रेस कार्यकारिणी की घोषणा हो चुकी है. छोटी कार्यकारिणी में 39 नेताओं को जगह दी गई है. 7 उपाध्यक्ष, 8 महासचिव और 24 सचिव बनाए गए हैं. कार्यकारिणी के गठन के अगले दिन गुरुवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष शोभाराम की जयंती पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम हुआ. जिसमें उम्मीद जताई जा रही थी कि ज्यादातर नेता इस कार्यक्रम में भाग लेने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुंचेंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं केवल दो नेता ही इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शामिल हुए.
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जो दो नेता ललित तुनवाल और जसवंत गुर्जर श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शामिल हुए हैं वो पूर्व में भी कार्यकारिणी के सदस्य थे. इनके अलावा पुराने नेता ही कांग्रेस कार्यालय में श्रद्धांजलि देने पहुंचे. बताया जा रहा है कि ज्यादातर नेता जयपुर से बाहर हैं इसके चलते नहीं आ पाए लेकिन एक दर्जन से ज्यादा नेता ऐसे हैं जो जयपुर या आस-पास के क्षेत्रों से आते हैं लेकिन उसके बावजूद भी वो कांग्रेस कार्यालय नहीं पहुंचे जो चर्चा का विषय बना हुआ है.
कांग्रेस की कार्यकारिणी को लेकर उठ रहे हैं सवाल
राजस्थान की प्रदेश कार्यकारिणी में राजपूत समाज के केवल एक और वैश्य समाज को प्रतिनिधित्व नहीं दिए जाने पर सवाल उठ रहे हैं. मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि कार्यकारिणी के बारे में मुझसे नहीं पूछा गया है. वहीं पूर्व महासचिव गिर्राज सिंह मलिंगा का कहना है कि वैश्य समाज को शामिल नहीं कर कांग्रेस पार्टी ने चूक की है.