जयपुर. विश्व तंबाकू निषेध दिवस (World No Tobacco Day) के मौके पर चिकित्सा विभाग की ओर से मंगलवार को जयपुर में राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जहां तकरीबन एक करोड़ से अधिक लोगों ने तंबाकू उत्पादों का सेवन नहीं करने और पर्यावरण संरक्षण को लेकर शपथ ली. वहीं चिकित्सा विभाग की ओर से चलाए गए. 100 दिवसीय तंबाकू मुक्त राजस्थान अभियान के तहत बेहतर प्रदर्शन करने वाले जिलों को सम्मानित भी किया गया. इस मौके पर चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा भी कार्यक्रम में पहुंचे. जहां उन्होंने कहा कि तंबाकू के उपयोग से लोग कैंसर का शिकार हो रहे हैं.
स्वास्थ्य मंत्री प्रदेश में जो गांव तंबाकू मुक्त होगा उस गांव को प्रोत्साहित किया जाएगा. ताकि इस तरह के गांव अन्य लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बने और वे लोग तंबाकू छोड़ सकें. जब मंत्री से पूछा गया कि क्या राजस्थान में तंबाकू पर बैन लगाया जा सकता है तो, परसादी लाल ने कहा कि गुजरात में सरकार की ओर से शराब पर पाबंदी लगा दी गई है और अगर सरकार चाहे तो यहां भी तंबाकू उत्पादों पर पाबंदी लगा सकते हो.
राजस्थान को तम्बाकू मुक्त प्रदेश बनाने के लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस मुहिम से जोड़ा गया. इसके लिए ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग की ओर से प्रदेश में विशेष ग्राम सभाओं का आयोजन किया गया. इसके साथ ही राज्य स्तरीय कार्यक्रम में ग्राम सभाओं को वर्चुअल रूप से जोड़ा गया. मुख्य सचिव ऊषा शर्मा के निर्देशानुसार सभी राजकीय कार्यालयों, चिकित्सा संस्थानों, राजकीय निर्माण कार्य स्थलों आदि पर उपस्थित राजकीय कार्मिकों एवं अन्य लोगों की ओर से तम्बाकू का सेवन नहीं करने की शपथ ली.
जिलों को किया सम्मानित: इस समारोह में तम्बाकु मुक्त राजस्थान 100 दिवसीय अभियान की क्रियान्विति के लिए निर्धारित किए गए प्रगति इंडिकेटर्स हासिल करने वाले संभाग, जिलो, अधिकारियों, संस्थाओं और लोगों को सम्मानित किया गया. जिलों में सीकर को पहला, झालावाड़ को दूसरा और कोटा जिले को तीसरा स्थान प्राप्त करने पर सम्मानित किया गया. वहीं कोटपा चालान कार्रवाई में कोटा को पहला, झालावाड़ में दूसरा और नागौर को तीसरा स्थान मिलने पर सम्मानित किया गया. इस मौके पर राजस्थान के टोबैको फ्री कैम्पेन के लिए डब्ल्यूएचओ की ओर से स्वास्थ्य सचिव डॉक्टर पृथ्वी को सर्टिफिकेट भी प्रदान किया गया.