जयपुर. राजस्थान विधानसभा में बुधवार को प्राइवेट यूनिवर्सिटी के बिल पर चर्चा थी. इस दौरान कांग्रेस विधायक हरीश मीणा ने प्राइवेट यूनिवर्सिटियों पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि प्राइवेट यूनिवर्सिटी में फर्जी डिग्रियां धड़ल्ले से बिक रही है. हमारे सदन में भी ऐसे-ऐसे माननीय सदस्य हैं, जो फलाना डॉक्टर-फलाना डॉक्टर, लेकिन कहां के डॉक्टर, ऐसे खुलेआम बिक रही है प्राइवेट यूनिवर्सिटिओं की डिग्रियां.
उन्होंने कहा कि डिग्रियों का व्यवसाय नहीं होना चाहिए. यह योग्यता के आधार पर मिलनी चाहिए. वहीं हरीश मीणा ने कहा कि यूनिवर्सिटी चलाने का अधिकार अपराधिक तत्वों को नहीं मिलना चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसे अपराधिक तत्व यूनिवर्सिटी खोल देते हैं और उनके वार्षिक सम्मेलन में बड़े-बड़े नेता पहुंच जाते हैं.
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चर्चा में हरीश मीणा ने बड़ी बात कहते हुए कहा कि क्या राजस्थान में एक भी यूनिवर्सिटी में ऐसा योग्य अल्पसंख्यक व्यक्ति नहीं मिला, जिसे हेड ऑफ डिपार्टमेंट बनाया जा सकता था. क्या पूरा वर्ग ही अयोग्य है. जब उन्होंने यह बात कही तो उन्हें भाजपा विधायक अशोक लाहोटी ने टोका. इस पर हरीश मीणा नाराज हो गए और बोले कि आप जयपुर, जिसे मुश्किल से शांत किया गया है. वहां के सांगानेर में आग क्यों लगाना चाहते हैं. मैं आप लोगों को अच्छी तरह जानता हूं, आप सांप्रदायिकता करवाकर राजनीति कर रहे हैं.
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मीणा ने आरोप लगाया कि अब प्राइवेट यूनिवर्सिटी में धर्म के आधार पर अल्पसंख्यक यूनिवर्सिटी बनाई जा रही है, जिनमें एक धर्म विशेष को ही एडमिशन देने के नाम पर वहां की सीटों को बेचा जाता है. नियम प्राइवेट यूनिवर्सिटी हो या सरकारी यूनिवर्सिटी सबके लिए एक होने चाहिए. इस दौरान हरीश मीणा ने सदन में एक बड़ा आरोप प्राइवेट यूनिवर्सिटी पर लगाते हुए कहा कि एग्जाम और सेमेस्टर को विद होल्ड करने का खेल इन यूनिवर्सिटिओं में चल रहा है और फिर छात्र-छात्राओं को दोबारा अपीयर करने की आड़ में उनका मानसिक आर्थिक और शारीरिक शोषण होता है.
उन्होंने साफ तौर पर कहा कि इस आड़ में छात्राओं का शारीरिक शोषण भी किया जाता है. ऐसे में कम से कम इन यूनिवर्सिटिओं को यह आदेश दिया जाए कि 1 साल तक उन छात्र-छात्राओं का रिकॉर्ड रखें, जिन्हें अप होल्ड रखा जाये.